PATNA: राजधानी पटना के दानापुर स्थित बिहार रेजिमेंट केंद्र में 5 अगस्त 2023 एक ऐतिहासिक क्षण रहा, जब अग्निपथ योजना के तहत बिहार रेजिमेंट केंद्र से पायनियर बैच के 437 युवा और गतिशील अग्निवीरों ने पासिंग आउट परेड के लिए मार्च किया। भारतीय सेना के ये बहादुर और भावी सैनिक 31 सप्ताह के कठिन सैन्य प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर चुके हैं। राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने की शपथ लेने और सैन्य युद्ध के सभी पहलुओं की विशेषज्ञता हासिल करने के बाद बिहार रेजीमेंट के इन अग्निवीरों को ऑपरेशनल परिस्थितियों में तैनात किया जाएगा, जहां यह अपनी क्षमता साबित करेंगे।
क्या बोले कमांडेंट ब्रिगेडियर
बिहार रेजिमेंटल केंद्र के कमांडेंट ब्रिगेडियर के डी. जसपाल ने प्रभावशाली परेड की समीक्षा की और अग्निवीरों को बहुत ही कठिन प्रशिक्षण कार्यक्रम के बावजूद उच्च मानक हासिल करने पर बधाई दी। इस अवसर पर बोलते हुए समीक्षा अधिकारी ने इन नवोदित सैनिकों से तिरंगे के प्रति अपनी प्रतिज्ञा को हमेशा याद रखने और मातृभूमि की सेवा में कोई कसर न छोड़ने का आह्वान किया। इन वीरों के चेहरे पर गर्व और आत्मविश्वास की स्पष्ट अभिव्यक्ति इस बात को प्रमाणित कर रही थी कि राष्ट्र सुरक्षित हाथों में है।
अग्निवीरों के गौरवान्वित माता-पिता सहित सभी दर्शक जैसे एनसीसी कैडेट्स स्कूली बच्चे और अन्य गणमान्य व्यक्ति उनके स्मार्ट टर्न आउट और अव्वल दर्जे की ड्रिल को देखकर अत्यंत प्रभावित हुए। कार्यक्रम के दौरान अग्निवीरों के माता-पिता को राष्ट्र के साथ-साथ सेना के समर्थन में उनके द्वारा किए गए प्रयासों के लिए सम्मान और मान्यता के रूप में ‘गौरव पदक’ से सम्मानित किया गया। इस दौरान पास आउट हुए अग्नोवीर जवानों ने कहा की बहुत अच्छा लग रहा है। 31 सप्ताह की ट्रेनिंग बहुत मेहनत से किया था। ट्रेनिंग के दौरान हमसभी को बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, लेकिन जो कठिनाइयों से डरेगा वह कैसे सैनिक बनेगा।