PATNA: लैंड फॉर जॉब मामले में सोमवार को सीबीआई की ओर से दाखिल आरोप पत्र में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का नाम आरोपी के तौर पर शामिल हुआ है। इस मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 12 जुलाई को सुनवाई होगी। इसी मामले में सीबीआई पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और कई अन्य के खिलाफ पहले ही आरोप पत्र दायर कर चुकी है। अब इसको लेकर राजनीति तेज हो गई है।
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि इसकी आशंका तो तेजस्वी यादव को पहले से थी। तेजस्वी यादव काफी मजबूत व्यक्ति हैं। उन्होंने पहले ही कहा था कि यह सब होने वाला है। इस तरह डराने-धमकाने से कुछ नहीं होने वाला है। देश की जनता सब समझ रही है। उन्होंने कहा कि जिस मामले में चार्जशीट दायर की गई उस मामले में सीबीआई को पहले भी कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
ललन सिंह ने आगे कहा कि 2022 के अगस्त महीने में जब महागठबंधन की सरकार बनी उस वक्त भी इस तरह का काम हुआ था। बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स जैसे अपने तोते का इस्तेमाल करके लोगों को डराना चाहते हैं। विपक्षी एकता को कमजोर करना चाहते हैं लेकिन कुछ नहीं होने वाला है। विपक्षी एकता मजबूती के साथ खड़ी है।
बीजेपी को वॉशिंग मशीन बताते हुए ललन सिंह ने कहा कि पांच दिन पहले प्रधानमंत्री भाषण में कह रहे थे एनसीपी के नेता 70 हजार करोड़ के घोटाले में फंसे हुए हैं और पांच दिन बाद उनकी पार्टी में शामिल होकर सरकार बना ली, तो बीजेपी वाशिंग मशीन है। वॉशिंग मशीन में आने के बाद सब धुल गए और विपक्षी एकता में जो हैं वह भ्रष्टाचारी हैं।
इसकी आशंका आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव को पहले से थी। 24 जून को ही उन्होंने अपने एक कार्यक्रम में भाषण के दौरान कहा था कि अभी गठबंधन का कार्यक्रम चल रहा है। शिमला में बैठक होने वाली है तो बीजेपी के लोग अब नया हथकंडा अपनाएंगे। सीबीआई और ईडी की जांच करवाएंगे। ये लोग हिंदू-मुस्लिम के नाम पर देश को तोड़ने एवं गांव-गांव में जाकर लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं।