RANCHI : विश्व नर्सिंग दिवस के उपलक्ष्य में रांची के प्रतिष्ठित रिम्स अस्पताल बरियातू के मेडिसीन विभाग, पेइंग वार्ड एवं अन्य वार्ड में पासवा ने 50 से अधिक नर्सों को सम्मानित किया और उनके प्रति आदर प्रकट किया। इस मौके पर मेडिसीन विभागा यूनिट इंचार्ज डॉ संजय सिंह विशेष तौर पर मौजूद रहे। नर्सों को सम्मानित करते हुए पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा कि एक मरीज की जान बचाने में जितनी अहम भूमिका चिकित्सक की होती है। उससे कहीं अधिक नर्स की भी होती है।
कोरोना महामारी का दौर हमारे सामने रहा है। इसमें लोगों की जान बचाने के लिए चिकित्सकों के साथ नर्सों ने भी अपना जीवन दांव पर लगा दिया था, जिसकी वजह से लोगों की जान बच सकी। इतना ही नहीं आलोक दूबे ने कहा कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी नर्सों के कंधों पर थी। सच कहा जाए तो अपने परिवार और नन्हे-मुन्हें बच्चों को घर में छोड़कर दिन रात नर्सों ने एक योद्धा की तरह काम किया,जिसके प्रति आज पूरा देश उन्हें सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करता है।
बता दें नर्स युक्ता घोष ने कहा कभी कभी रोगियों के व्यवहार से दुख भी होता है लेकिन हम उससे विचलित नहीं होते हैं।सम्मान को हम सकारात्मक उर्जा के रुप में देखते हैं। सिस्टर रेजिना मुर्मू ने कहा परिजनों को परिवार की तरह हम रखते हैं। सिस्टर नीलिमा ने कहा हम किसी को सेवा देते हैं तो हमें बहुत खुशी होती है। सिस्टर नीलिमा, सुषमा रानी,लता कुमारी, रेजिना मुर्मू,नीतू कुमारी,युक्ता घोष,सीमा एक्का, ज्योति ज्वाना सहित कई नर्सों को सम्मानित किया गया।
मेडिसीन विभाग यूनिट इंचार्ज डॉ.संजय सिंह ने कहा कि नोबल नर्सिंग सेवा की शुरुआत करने वाली फ्लोरेंस नाइटइंगेल के जन्म दिवस 12 मई को दुनिया भर में विश्व नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है, उन्होंने क्रीमियन युद्ध के दौरान घायल ब्रिटिश सैनिकों की लालटेन लेकर देखभाल की थी इस वजह से उन्हें लेडी विद द लैंप भी कहा गया, फ्लोरेंस नाइटइंगेल को विश्व की पहली नर्स माना जाता है।
रांची से गौरी रानी की रिपोर्ट