PATNA : जाति आधारित गणना को लेकर उन्होंने कहा कि आज जिस आरक्षण की बात की जा रही है या केंद्र सरकार कर रही यदि हम उनकी गणना नहीं करेंगे तो कैसे जान पाएंगे कि किस जाति में कितने गरीब हैं उनकी आर्थिक स्थिति क्या है। इसी को जानने के लिए तो हमलोग जातीय जानने के लिए गणना तो करनी ही होगी।
जाति गणना को लेकर मचे घमाशान के बीच वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि का बड़ा बयान सामने आ रहा है। जाति आधारित गणना को लेकर उन्होंने कहा कि आज जिस आरक्षण की बात की जा रही है या केंद्र सरकार कर रही यदि हम उनकी गणना नहीं करेंगे तो कैसे जान पाएंगे कि किस जाति में कितने गरीब हैं। कैसे जान पाएंगे कि किस जाति में कितने गरीब हैं, उनकी आर्थिक स्थिति क्या है। इसी को जानने के लिए तो हमलोग जातीय गणना तो करनी ही होगी। हमें पूरी उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में राज्य सरकार को जातिगत गणना कराने की अनुमति देगा। राज्य सरकार जाति गणना कराने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जरूरत पड़ी तो इसे लेकर कानून भी बनाएंगे।
आगे उन्होंने कहा कि जाति गणना का मामला फ़िलहाल कोर्ट में हैं। इस मामले में राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है। उन्होंने बताया कि हमें उम्मीद है कि माननीय न्यायालय हमें इजाजत देगा। उन्होंने बताया कि हमें पूरी उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में राज्य सरकार को जातिगत गणना कराने की अनुमति देगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जाति गणना कराने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
वहीँ नीतीश कुमार की विपक्षी एकता को लेकर हो रही पहल पर विजय चौधरी ने कहा की पहल चल रही है सभी नेताओं से बातचीत हो रही है सभी नेताओं से विचार-विमर्श के बाद ही जगह तय होगी अगर सभी नेताओं की यह राय होगी कि पटना में ही मीटिंग होगी तो पटना में ही होगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी नेताओं से विचार-विमर्श करके ही डेट का निर्धारण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक के बयान को इस संदर्भ में देखने की जरूरत है कि विपक्ष की किन-किन लोगों ने कहा कि हम वहां चुनाव लड़ेंगे। अभी तो विपक्षी एकता को लेकर बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक का बयान बिल्कुल सही है उन्होंने अपनी स्थिति स्पष्ट की है।
पटना से विशाल भारद्वज की रिपोर्ट