ROHTAS : खबर कैमूर से आ रही है। जहां नुआंव थाना क्षेत्र के अकोल्हीपंचायत के महरथा गांव में एक दिवसीय कलम क्रांति फाउंडेशन का वार्षिक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने फीता काटकर वार्षिक सम्मान समारोह का शुभारम्भ किए।
मंच को संबोधित करते मंत्री जी ने कहा कि, शिक्षा को लेकर जो बिहार में दैनीय स्थिती बनी हुई है। सरकार अगर गंभीरता पूर्वक ले तो बिहार के प्रत्येक छात्र छात्राओं को बाहर जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी, गौरतलब बात यह है कि ,शिक्षा विभाग में विभिन्न पद पर बैठे अधिकारियों के खिलाफ अगर डिग्री की जांच की जाएं तो बहुत कम प्रतिशत वाले अधिकारी मिलेंगे।
इसके विपरित परिस्थितियों में बिहार के वैसे छात्र छात्राएं जो बिहार से बाहर जाकर पढ़ाई कर रहे हैं तो उनके लोकतंत्र की परिभाषा को दर्शाते हुए भौगोलिक इतिहास दर्शाया जाता है। किंतु बिहार में शिक्षा विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ उनकी डिग्री की जांच कराई जाएं, ताकि कुर्सी पर बैठे शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के रवैया बहुत कुछ दर्शाता है।
वहीं पूर्व कृषि मंत्री से शिक्षा को लेकर कई तरह के सवाल खड़े किए, और सटीक सूचना का उदाहरण दिए। वहीं दूसरी तरफ राजद के अल्पसंख्यक प्रदेश के प्रकोष्ठ महासचिव हारून अंसारी ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि, अगर बच्चे शिक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझ सकें। तो वैसे छात्र छात्राएं कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं। उसी कड़ी में कलम क्रांति फाउंडेशन द्वारा कराए गए प्रतियोगिता में सफल छात्र छात्राओं के बीच पुरस्कार देकर सम्मानित किए।
बता दें उत्तीर्ण कलम क्रांति के सराहनीय कदम को सभी लोगों ने सराहा कलम क्रांति फाउंडेशन के संस्थापक इंजिनियर अक्षय लाल यादव, जयप्रकाश गुप्ता (सलाहकार), हारून अंसारी, मनोज गुप्ता (हम जिला अध्यक्ष कैमूर) संतविलाश यादव बीएसपी नेता, सरपंच अकोल्ही बनारसी गुप्ता, शशिकांत मौर्य, संतोष कुमार, आनन्द कुमार बिहार पुलिस, अनिल कुमार,सरोज कुमार, आनन्द मिश्रा हरियाणा पुलिस, बालेश्वर शर्मा, संजय मौर्य, राजेश कुमार, कृष्ण शर्मा, नितीश जायसवाल, अनिल राज (क्विज संस्थापक बड्ढा), सभी विद्यालयों के अध्यापक सभी कोचिंग संस्थान के शिक्षक सहित सैकड़ों की संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित हुए।
कैमूर से अमित कुमार गुप्ता की रिपोर्ट