द एचडी न्यूज डेस्क : लॉकडाउन में नेता लोग सोशल मीडिया पर छाये हुए हैं. पक्ष हो या विपक्ष सभी नेता सोशल मीडिया से ही ट्वीट कर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं. बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने लगातार पांच ट्वीट कर बिहार सरकार पर निशाना साधा है. राबड़ी ने ट्वीट के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार पर भी जमकर हमला किया है.
राबड़ी देवी ने पहले ट्वीट में कहा कि हम अपने ग़रीब भाइयों के साथ खड़े हैं और सरकार से आग्रह करते है कि अगले 24 घंटे में व्यवस्था सुधारें. जिस सरकार में संवेदना, करुणा और अपनत्व का अभाव हो तो उसे कोई हक़ नहीं है सत्ता में रहने का. इन ग़रीबों की गरिमा और आत्मसम्मान के साथ भेदभाव क़तई बर्दाश्त नहीं होगा.
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है कि इतिहास में इतना ग़रीब विरोधी और संकीर्ण मानसिकता वाली सरकार नहीं रही होगी. बिहार सरकार प्रवासी मज़दूरों की लगातार उपेक्षा करते आ रही. क्वॉरंटीन सेंटरों में बिस्तर, शौचालय, पानी और खाना इत्यादि का कोई प्रबंध नहीं है. खाना के नाम पर नून-भात और स्वास्थ्य जांच के नाम पर काग़ज़ी ख़ानापूर्ति की जा रही है.
राबड़ी देवी यहीं नहीं रूकी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ये क्वॉरंटीन सेंटर यातना सेंटर बन गए है. जब सरकार को इन परेशान लोगों का सहारा बनना चाहिए,उन्हें विश्वास दिलाना चाहिए की इन लोगों के स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है तब निर्दयी बिहार सरकार उनके साथ बदसलूकी की सारी हदें पार कर रही है. बेहद अफ़सोसनाक और चिंतनीय है.
बिहार के क्वारंटाइन सेंटरों में बाहर से आए अप्रवासी मज़दूरों के लिए खाने व अन्य बुनियादी सुविधाओं की कोई व्यवस्था नहीं है. इस कारण इन प्रवासी मजदूरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारी वहां आवासित लोगों को खाना मांगने पर मारपीट कर प्रताड़ित कर रहे है.
पूर्व सीएम ने एक और ट्वीट में लिखा है कि सरकार के तरफ़ से मीडिया का प्रवेश वर्जित किया गया है ताकि उनका असली चेहरा बाहर उजागर न हो सके. भ्रष्टाचार चरम पर है. अधिकारी सब लूट रहा है. जनप्रतिनिधि दरकिनार है. बदइंतज़ामी का आलम ये है कि लोग मानसिक अवसाद के शिकार होते जा रहें तो कुछ लोग वहाँ से भागने को मजबूर हो रहें.