PATNA : राजधानी पटना में पिछले दिनों बीपीएससी अभ्यर्थियों का खूब बवाल देखने को मिला. अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन करने के साथ ही पुलिस की लाठियां भी खाई. वहीं, अब 68वीं बीपीएससी की परीक्षा का समय नजदीक आ गया है. 12 फरवरी को प्रिलिम्स की परीक्षा होनी है, जिसको लेकर आयोग ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. पेपर लीक के मामले पर अब आयोग सख्त हो गया है. आयोग ने सख्ती दिखाते हुए नया गाइडलाइन्स कर दिया है. जिसके बाद अभ्यर्थियों को सतर्क हो जाने की जरूरत है.
दरअसल, जारी किये गए नए गाइडलाइन्स के मुताबिक, अगर कोई भी अभ्यर्थी पेपर लीक मामले में दोषी पाए गए तो वह 5 सालों तक राज्य और केंद्र आयोग की परीक्षाओं को देने से वंचित रह जायेंगे. इतना ही नहीं, परीक्षा में प्रश्नपत्र वायरल करने का अफवाह फैलाने को लेकर दोषी पाए गए तब वे 3 साल तक परीक्षा देने से वंचित रह जायेंगे. इसके साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. वहीं, इस पूरे मामले में जमकारी आयोग के सचिव रवि कुमार और उप सचिव कुंदन कुमार ने दी है.
कड़े गाइडलाइन्स जारी करते हुए कहा गया कि, ओएमआर शीट से छेड़छाड़ पर मूल्यांकन नहीं होगा, व्हाइटनर एवं स्केच करने पर एसआईटी कर दी जाएगी, ओवर राइटिंग पर उत्तर को गलत मानते हुए नेगेटिव मार्किंग की जाएगी समेत अन्य गाइडलाइन्स जारी किये गए हैं. बता दें कि, इस बार 324 पदों के लिए बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा 12 फरवरी को ली जाएगी. वहीं, इसके लिए आयोग पूरी तरह तैयार है.
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट