जीवेश तरूण, बेगूसराय
बेगूसराय: जिले में लॉकडाउन के दौरान लगातार गश्त के पुलिसिया दावों के बीच अपराधियों का मनोबल चरम पर है। इसी कड़ी में देर रात चमथा दियारा गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। दियारा में बेखौफ बदमाशों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना बछवाड़ा थाना क्षेत्र के चमथा पंचायत-दो के नंबर दियारा की है। मृतक युवक की पहचान चमथा-दो निवासी कामेश्वर राय के पुत्र संजीत कुमार के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि दियारा में जमीन कब्जा को लेकर बराबर आपराधिक गिरोहों के बीच गोलीबारी होती रहती है। मंगलवार की रात भी दियारा में दो बड़े आपराधिक गिरोह आमने-सामने हो गए। जिसमें दोनों तरफ से जमकर गोलीबारी हुई। जिसमें एक युवक की जहां मौत हो गई, वहीं दूसरे का पता नहीं चल पा रहा है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि संजीत कुमार अपने दोस्त रामू कुमार के साथ खेत में भूसा की रखवाली करने जा रहा था। इसी दौरान अज्ञात अपराधियों ने दोनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें पहले रामू को गोली लगी। उसके बाद दो गोली संजीत कुमार को लगने से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों में जहां कोहराम मच गया है, वहीं इलाके के किसानों में दहशत का माहौल है।
घटना की सूचना मिलते ही पहुंची बछवाड़ा पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया। वहीं, संजीत के साथ जा रहे रामू का कुछ पता नहीं चल रहा है तथा खोजबीन जारी है। एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि दो युवकों को गोली मारे जाने की सूचना मिली है, जिसमें एक की मौत हो चुकी है। मामला प्रथम दृष्टया आपसी विवाद का लग रहा है, पुलिस तमाम बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है। इधर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री सह बछवाड़ा के पूर्व विधायक अवधेश राय का कहना है कि बछवाड़ा के चमथा दियारा में अपराधी गुटों के बीच बराबर वर्चस्व की जंग होते रहती है। जिसमें प्रत्येक साल दर्जन भर से अधिक लोगों की हत्या हो जाती है। यहां पुलिसिया व्यवस्था के लिए एसपी से लेकर मुख्यमंत्री तक कई बार मामले को उठा चुके हैं। लेकिन इसके लिए उचित पहल नहीं की जा रही है। थाना से दूरी और दियारा क्षेत्र होने के कारण यहां अपराधियों का मनोबल चरम पर है। बता दें कि दियारा इलाके में जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत चरितार्थ होती है। स्थानीय लोगों के अनुसार दियारा क्षेत्र में जब-जब वर्चस्व एवं भूमि विवाद होती है तो सीमावर्ती क्षेत्र बाढ़, बख्तियारपुर, मेकरा, मोकामा एवं समस्तीपुर जिले के बदमाशों को भी लठैत के तौर पर बुलाया जाता है।