PATNA: बिहार में बालू माफिया की बहार है। बालू के अवैध धंधे से न सिर्फ बिहार सरकार के राजस्व का घाटा हो रहा है बल्कि प्रदुषण लेवल भी बढ़ता जा रहा है । जिसका सीधा फायदा बालू कारोबर से जुड़े अवैध कारोबारियों के मुनाफे के रूप में जाता है।
बिहार के कई थानों की पुलिस बालू घनन के धंधे में हाथ लगाने से बचती है। पुलिस प्रशासन की संलिप्ता इस अवैध बालू खनन माफियाओं से किस कदर है यह बताने की जरूरत नहीं। भ्रष्टाचार में ऐसे पुलिस कर्मियों पर गाज भी गिरती है। मगर तब जब मामला जरूरत से ज्याद तूल पकड़ता है।
फिलहाल गंगा से बालू का खनन अब नाव के जरिए किया जा रहा है जिसका उद्योग भी खूब फल फूल रहा है। पटना पुलिस लगातार ऐसे माफिया और तस्करों तक अभियान चलाकर छापेमारी कर रही है। इसी कड़ी में दीघा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। राजकुमार पांडेय थाना अध्यक्ष दीघा ने बताया कि अवैध बालू खनन करते 18 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। ये सभी गंगा नदी में नाव से बालू की कर रहे थे।
खनन के बाद ढोये जा रहे एक नाव को भी पुलिस ने जप्त किया है। हाल के दिनों की बात करें तो दीघा पुलिस ने कुछ दिन पहले भी 31 लोगों को बालू की अवैध खनन करते गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार सभी लोगों को पुलिस जेल भेज रही है। लगातार अवैध बालू खनन माफियाओं पर पुलिस आगे भी शिकंजा कसने की बात कह रही है।
पटना से क्राईम रिपोर्टर अजय कुमार की रिपोर्ट