BANKA: बांका जिले में जैसे ही शहीद सुधांशु कुमार उर्फ राहुल को तिरंगे से लिपटा देखा जिलावासियों की आंखे नम हो गई। बांका के रजौन प्रखंड के सकहारा गांव के लाल सुधांशु कुमार उर्फ राहुल को शुक्रवार की रात तिरंगा में लिपटे देख गांव के लोग रो पड़े।
गम में डूबे लोग एक दूसरे को ढांढस बढ़ाते रहे। बड़े अधिकारी से लेकर सीआरपीएफ के जवानों तक के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। स्वजनों की चीत्कार के साथ जुटी हजारों की भीड़ शहीद सुधांशु अमर रहे के नारे लगाते रहे। सुधांशु कुमार जिंदाबाद , भारत माता की जय, हिदुस्तान जिदाबाद आदि देश भक्ति के नारों से पूरा इलाका गूंजने लगा।
एक तरफ लोगों में अपने वीर सपूत के खोने का गम था, तो दूसरी ओर गहराती रात के साथ देशभक्ति परवान चढ़ता रहा। शहीद के पार्थिव शरीर का एक झलक पाने के लिए लोग दोपहर से ही सकहारा गांव पहुंचने लगे थे। शाम होते-होते गांव में आसपास के गांवों से हजारों लोग पहुंच गए थे। हाथों में तिरंगा लिए लोग देशभक्ति के नारे लगा रहे थे।
मौके पर शंभूगंज से रोशन सिंह राठौर और निभास कुमार एवं सचिन कुमार सहित कई अन्य समाजसेवी पहुंच कर शहीद जवान के परिजनों को सांत्वना दिया और जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक सुधांशु तेरा नाम रहेगा नारे लगाए गए।
भारत माता की जय और वंदे मातरम किनारे लगते रहे। मालूम हो कि रजौन प्रखंड अंतर्गत सकहारा गांव के रहने वाले राजेश कुमार चौधरी के 22 वर्षीय सुधांशु कुमार उर्फ राहुल बीते 21 अगस्त को वायलर फटने से सुधांशु गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। जिसे चंडीगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान 30 अगस्त की रात को बलिदान हो गया था।
बांका से दीपक कुमार सिंह की रिपोर्ट