PATNA – स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि लक्ष्य कार्यक्रम के तहत प्रदेश के मोतिहारी, सुपौल और किशनगंज सदर अस्पताल के प्रसव कक्षों को राष्ट्रीय स्तर पर लक्ष्य प्रमाणित किया गया है। यह स्वास्थ्य क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश के प्रसव कक्षों की गुणवत्ता राष्ट्रीय तय मानकों पर खरा उतर रहा है।
श्री पांडेय ने कहा कि प्रदेश के 14 फैसिलिटी राष्ट स्तरीय लक्ष्य प्रमाणित हैं। अब तीन नए प्रसव कक्ष के प्रमाणित होने के बाद प्रदेश में राष्ट्रीय स्तर पर लक्ष्य प्रमाणित फैसिलिटी की संख्या 17 हो गयी है। मोतिहारी एवं सुपौल जिले के सदर अस्पातल के प्रसव कक्षों को पूर्णता राष्ट्र स्तरीय लक्ष्य प्रमाणित किया गया है। किशनगंज जिले के सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष को एक साल के लिए लक्ष्य प्रमाणित किया गया है। इस साल के 11 मई से 14 मई के बीच इन तीनों जिलों के सदर अस्पताल के प्रसव कक्षों का मूल्यांकन राज्य के बाहर के विशेषज्ञों द्वारा किया गया था। तीनों जिलों के सदर अस्पताल के प्रसव कक्षों का मूल्यांकन करने के बाद अब इन्हें लक्ष्य प्रमाणित किया गया है। मूल्यांकन में मोतिहारी सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष को कुल 94 सुपौल सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष को 89 और किशनगंज सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष को 82 फीसदी अंक प्राप्त हुए।
श्री पांडेय ने कहा कि लक्ष्य कार्यक्रम के तहत प्रसव कक्ष को तय मानकों के आधार पर प्रमाणित किया जाता है। इसमें आधारभूत संरचनाएं, साफ़-सफाई का स्तर, स्टाफ की उपलब्धता, लेबर रूम के अंदर जरूरी संसाधनों की उपलब्धता सहित अन्य सुविधाओं का आकलन किया जाता है। लक्ष्य योजना के तहत प्रमाणित अस्पतालों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है, ताकि सुरक्षित मातृत्व के लक्ष्य को हासिल करने के लिए ये सतत अग्रसर रहे
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