द एचडी न्यूज डेस्क : राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर आ रही है. रालोसपा प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने एक ट्वीट किया है. कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा कि अपनी नाकामी छुपाने के लिए नीतीश कुमार सरकार ने हिटलरशाही फरमान जारी कर लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ ‘मीडिया’ को प्रतिबंधित किया है. इस तानाशाही के विरोध में रालोसपा साथी 10 मई 2020 को (पूर्वाह्न 10 से 12 बजे तक) मुंह पर काली पट्टी बांधकर काला दिवस के रूप में धरना पर बैठेंगें.
आपको बता दें कि रालोसपा के चीफ उपेंद्र कुशवाहा, नीतीश सरकार के प्रति हमलावर नज़र आ रहे हैं. कुशवाहा ने नीतीश सरकार के उस फैसले की गहरी निंदा की है जिसमें उन्होंने मीडिया कर्मियों पर क्वारंटाइन सेंटर में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है.
कुशवाहा ने अपने पैतृक निवास स्थान जावज, जंदाहा, वैशाली से आमजनों और मीडिया व आरएलएसपी के नेताओं को फेसबुक लाइव के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार कोरोना जैसी महामारी से निपटने में नाकाम साबित हो रही है.
उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर्स का हाल इतना बुरा है जहां सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. इस बदहाली का सच उजागर करने वाले मीडिया के लोगों पर पाबंदी लगाकर राज्य सरकार ने विचित्र निर्णय लिया है. बिहार सरकार ने क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर मीडिया के लोगों का प्रवेश वर्जित कर दिया है ऐसा निर्णय सीधा लोकतंत्र पर हमला है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
कुशवाहा ने बिहार सरकार के सामने ये प्रमुख मांगें एव सुझाव रखा है
1. बिहार से बाहर फंसें मजदूरों, जो घर वापसी चाहते हैं, को बुलाने की त्वरित कार्रवाई की जाए तथा जो स्वेच्छा से वहां ही रुकना चाहें, उनके खाते में ही उतनी रकम डाल दी जाए. उनको ट्रेन से लाने, क्वारनटीन करने आदि पर खर्च हो जाता है. यह ख़र्च सरकारी आंकड़े के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति पर कम से कम 10000 रुपए का होता है. अर्थात प्रति व्यक्ति 10000 रुपए की राशि सभी के खाते में डालने की व्यवस्था की जाए.
2. बिहार में रह रहे वैसे लोग, जिनके खाते में अबतक मात्र 1000 रुपए दिया गया है, उन्हें दूसरी क़िस्त की राशि भी शीघ्रातिशीघ्र उपलब्ध करवाई जाए.
3. राज्य में रोजगार की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु ठोस योजना बनाई जाए.
4. किसानों के नुकसान की भरपाई हेतु ठोस, पर्याप्त एवं त्वरित कार्रवाई की जाए.
5. क्वारनटीन सेंटर से खबर संग्रहित करने से मीडिया कर्मियों को प्रतिबंधित करने के लोकतंत्र विरोधी आदेश को अविलंब वापिस किया जाए.
कार्यक्रम
मीडिया कर्मियों पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ दिनांक 10 मई को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक राज्य व्यापी ‘काला दिवस’ मनाया जाएगा.
उस दिन पार्टी के साथी मुँह पर काला पट्टी बांध कर बैनर/बोर्ड के साथ धरना सत्याग्रह पर बैठेंगे.
कुशवाहा ने आम जनों से यह आग्रह किया कि लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन किया जाए ताकि इस महामारी के संक्रमण को रोक पाना संभव हो. कोरोना संक्रमण के मामलों में पूरे देश में तेजी से वृद्धि हो रही है और लोगों की सजगता इससे बचाव के लिए जरूरी है.