रांची : कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की गुरुवार को अपने मोराबादी स्थित सरकारी आवास में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य में सबसे लंबे समय तक तकरीबन 14 साल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन रहा है. भाजपा के शासनकाल में खूंटी, चतरा और पलामू जिले में मनरेगा घोटाला, मैनहर्ट मामला, टी-शर्ट, टॉफी घोटाला, जेपीएससी घोटाला और सहकारिता बैंक घोटाला के अलावा कई ऐसे घोटाले भाजपा के शासनकाल में हुए हैं. मैं आपकी जानकारी के लिए बताना चाहूंगा कि तमाम भ्रष्टाचार एवं एक्सपेरिमेंट करने का बुनियाद भारतीय जनता पार्टी द्वारा शुरुआत हुआ था.
कांग्रेस नेता ने कहा कि 2005 के विधानसभा चुनाव के बाद किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. पहली बार भाजपा द्वारा विधायकों को जयपुर ले जाया गया तथा उन्हें रिसोर्ट में रखा गया. उनकी वापसी के बाद उन्हें मंत्री पद से नवाजा गया. उनके उन मंत्रियों का क्या हाल हुआ या किसी से छुपा हुआ नहीं है. जितने भी घोटाला का मामला है उसमें कई अधिकारी एवं राजनेता भी संलिप्त है. आज तक जितना भी इस राज्य में जांच हुआ है अगर उसे देखे तो गैर भाजपाई सरकार में रहे मंत्रियों की संपत्ति की जांच हुई है.
बंधु तिर्की ने कहा कि आज झारखंड निर्माण के 21 साल होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी में शामिल मंत्रियों की जांच किसी भी जांच एजेंसी से नहीं हुआ. मेरा वर्तमान सरकार से मांग है कि भाजपा शासन काल के समय जितने भी मंत्री और पदाधिकारी थे उनकी भी संपत्ति की जांच सीबीआई से की जानी चाहिए. जबकि मुझे बिना आधार के मेरी आय से अधिक संपत्ति की जांच सीबीआई से कराई गई. छह लाख 28 हजार आय से अधिक संपत्ति बता कर मुझे सजा दे दी गई और मेरी विधायकी भी चली गई.
राज्य के गरीब-गुरबों यहां के लोगों को न्याय दिलाना चाहते हैं. एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए बिना भारतीय जनता पार्टी सरकार में रहे मंत्रियों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए. जैसा कि मेरी संपत्ति की जांच की गई. मैं राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह करूंगा की भाजपा शासनकाल में रहे मंत्रियों की संपत्ति की जांच सीबीआई से कराने हेतु अभिलंब अनुशंसा की जाए.
गौरी रानी की रिपोर्ट