रांची : झारखंड सरकार की खनन सचिव पूजा सिंघल पर प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा और कस गया है. प्रवर्तन निदेशालय ने मनरेगा घोटाले को लेकर उनसे करीब नौ घंटे तक पूछताछ की. इस दौरान अधिकारियों से पूजा सिंघल से उनके खातों में सैलरी से 1.43 रुपए अधिक होने पर सवाल किया. पूछा-इतने रुपए कहां से आए तब पूजा इसका जवाब नहीं दे सकीं. इससे पहले सोमवार को ईडी ने पूजा सिंघल को समन भेजकर पूछताछ के लिए ईडी को जोनल ऑफिस में बुलाया था. जानकारी मिल रही है कि आज बुधवार को भी उनसे पूछताछ की जा सकती है.
मंगलवार को दिन के 11 बजे पूजा सिंघल अपने पति अभिषेक झा के साथ ईडी के जोनल आफिस पहुंची. जहां ईडी ने पूजा से पहले दिन की पूछताछ में मनरेगा घोटाले के आरोपी रामविनोद सिन्हा से पांच प्रतिशत कट मनी लेने और उस दौरान आय से 1.43 करोड़ अधिक पैसे बैंक खातों में होने के मामले में पूछताछ की. पूछताछ के लिए ईडी आफिस पहुंचने के दौरान पूजा सिंघल काफी परेशान और हताश दिखीं.
आरोपों से करती रहीं इनकार
पूछताछ के दौरान पूजा सिंघल ने मनरेगा घोटाले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया. पूजा ने ईडी को बताया कि उन्होंने कभी रामविनोद सिन्हा या किसी दूसरे अधिकारी से पैसे नहीं लिए. मामले में उनके खिलाफ प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी को विभागीय जांच पदाधिकारी बनाया गया था. लंबे समय तक चली जांच के दौरान उनसे पक्ष भी पूछा गया था, तब एक एक विषय पर उन्होंने जवाब दिया था. उनके जवाब से संतुष्ट होने के बाद ही उन्हें विभागीय जांच में तत्कालीन सरकार ने क्लीनचिट दी थी.
पति व करीबी सीए से तीसरे दिन भी सवाल
ईडी ने पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार से लगातार तीसरे दिन भी मंगलवार को पूछताछ की. अभिषेक झा को सोमवार देर रात 12 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद छोड़ा गया था. बता दें कि बीते छह मई को प्रवर्तन निदेशालन ने राज्य की खनन सचिव और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान पूजा के करीबी सीए सुमन कुमार के घर से 19.31 करोड़ रुपए बरामद किए गए थे. इस मामले में सीए सुमन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया था.
शेल कंपनियों पर भी जांच हुई शुरू
ईडी ने पल्स अस्पताल समेत अन्य जगहों से बरामद कागजातों की जांच शुरू कर दी है. ईडी के अधिकारी मंगलवार को दो बड़े बक्सों में कागजात लेकर ईडी कार्यालय पहुंचे. वहीं ईडी ने शेल कंपनियों की पड़ताल करने वाले विशेषज्ञों को भी दफ्तर बुलाया था. विशेषज्ञ टीम ने ईडी अधिकारियों के साथ मिलकर प्रत्येक शेल कंपनी के कागजात की जांच की. इतना ही नहीं ईडी ने बैंक आफ इंडिया के भी दो अफसरों को जांच में सहयोग के लिए बुलाया था.
2 तत्कालीन अफसरों को घेरा
जानकारी के मुताबिक, पूजा सिंघल ने पूछताछ में कहा कि इस मामले में जूनियर इंजीनियर रामविनोद सिन्हा और आरके जैन ने डीसी नहीं बल्कि डीडीसी व दूसरे मातहत अधिकारियों को पैसे देने की बात कही थी. रामविनोद ने खुद कबूला था कि वह पांच प्रतिशत राशि तत्कालीन डीडीसी अभय नंदन अम्बष्ठ व किंडो नाम के अधिकारी को दिया करते थे. रामविनोद सिन्हा ने सीधे तौर पर कभी डीसी को पैसे देने की बात नहीं कही.
ये सवाल भी पूछे गए
1. ईडी अधिकारियों ने मनरेगा घोटाले के आरोपी रामविनोद सिन्हा से पांच प्रतिशत कट मनी लेने पर भी पूजा सिंघल से मांगा जवाब.
2. ईडी ने यह भी पूछा कि उन्होंने अपने खाते से सीए सुमन के खाते में कई बार लाखों रुपए का ट्रांसफर क्यों किया.
यह भी देखें : https://youtu.be/mUTIdWuRpXE
गौरी रानी की रिपोर्ट