रांची : झारखंड में सभी शराब दुकानदारों को होली को लेकर सिर्फ एक दिन शराब दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. लोहरदगा को छोड़ सभी 23 जिलों में 18 मार्च को ड्राई डे घोषित किया गया है. वहीं, लोहरदगा में 18 मार्च व 19 मार्च यानी दोनों तिथियों में शराब की दुकानें बंद रहेंगी. उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने सभी जिलों को इससे संबंधित आदेश भेजा है.
मोबाइल टावर, दूरसंचार उपकरणों को नुकसान पहुंचाने वालों पर कड़ी कार्रवाई
राज्य में दूरसंचार उपकरणों, मोबाइल टावर आदि को नुकसान पहुंचाने वालों, इसका विरोध करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई संबंधित आदेश सभी जिलों के उपायुक्तों को दी गई है. सूचना, प्रौद्योगिकी एवं ई-गवर्नेंस विभाग के सचिव कृपानंद झा ने उक्त आदेश जारी किया है. उन्होंने अपने आदेश में नई दिल्ली स्थित सेल्यूलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआइ) के महानिदेशक के पत्र का हवाला भी दिया है. उक्त पत्र में बताया गया है कि राज्य में संचार उपकरणों, संरचनाओं को लगाने में लगे आपरेटर्स के कर्मी धमकियों, बाधाओं व हाथापाई तक की समस्या झेल रहे हैं.
दूरसंचार सेवा आवश्यक व महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा है. इसलिए यह आवश्यक है कि सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र में दूरसंचार, डिजिटल बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं. संचार टावर की स्थापना की सुरक्षा के लिए नजदीक के पुलिस थाने को टावर संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र की एक प्रति उपलब्ध कराई जाय. मोबाइल टावर से रेडिएशन निकलने व इससे स्वास्थ्य पर पड़ने वाले कुप्रभाव संबंधित भ्रामक जानकारी फैलाने वाले किसी भी उपद्रवी के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए.
AJSU में शामिल हुए झामुमो के कई नेता
आजसू द्वारा बुधवार को आयोजित मिलन समारोह में झामुमो के कई नेता आजसू में शामिल हुए. इनमें गिरिडीह के तिसरी से झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष नारायण यादव तथा माले नेता शंकर कुमार यादव शामिल हैं. आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने इन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस अवसर पर सुदेश ने कहा कि जिस भावना और उम्मीद से आज लोगों ने पार्टी का दामन थामा उस उम्मीद को कभी टूटने नहीं दिया जाएगा. राज्य के युवा रोज़गार के लिए, पोषण सखी एवं अन्य अनुबंधकर्मी स्थायीकरण के लिए सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं . यह सरकार के प्रति लोगों में निराशा को दर्शाता है. इस मौके पर पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता देवशरण भगत व अन्य नेता उपस्थित थे.
गौरी रानी की रिपोर्ट