द एचडी न्यूज डेस्क : रालोसपा प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार पर ट्विटर के जरिए हमला किया है. बता दें कि विपक्षी पार्टियां आए दिन ट्विटर से ही सरकार पर निशाना साध रही है. चाहे वो तेजस्वी यादव हो या उपेंद्र कुशवाहा. रालोसपा प्रमुख ट्विटर के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार पर कोरोना और बिहार के बाहर फंसे मजदूरों के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की निरंकुशता एवं अकर्मण्यता के कारण गुजरात में बिहार के दिहाड़ी मजदूरों की निर्मम पिटाई के विरोध में तथा कोरोना महामारी, लॉकडाउन और प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहे बिहारवासियों के हित में सरकार से पांच सूत्री मांगों को लेकर रालोसपा के साथियों द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. रालोसपा प्रमुख ने तीन ट्वीट किया है.
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है कि बिहार के संकटमय प्रवासियों के लिए ट्रेनों की संख्या मात्र दस है. इस रफ्तार से एक दिन में अधिकतम दस हजार लोग आएंगे. अर्थात 28 लाख को लाने में कम से कम (2800000÷10000)= 280 दिन लगेंगे. रालोसपा की 5 सूत्री मांगों पर अविलंब विचार करें.
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा कि एक ट्रेन में लगभग 20 बोगी, एक बोगी में 72 बर्थ. सोशल डिसटेनसिंग में 60 फीसीद=अधिकतम 50 बर्थ. अर्थात एक ट्रेन में 20×50=1000 कुल. एक दिन में 10 ट्रेन×1000=10000 यात्री.
रालोसपा की पांच सूत्री मांगें
- राज्य से बाहर फंसे मजदूरों एवं अन्य लोगों को जल्दी वापस लाने हेतु ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए.
- गुजरात सहित अन्य राज्यों में बिहारियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को अविलंब रुकवाया जाए.
- बिहार आने वाली ट्रेनों में यात्री सुविधा की समुचित व्यवस्था करवाई जाए.
- जिनके खाते में अभी तक राशि नहीं डाली गई है, उनके खाते में शीघ्रातिशीघ्र 2000 रुपए डाला जाए. जिनको पूर्व में 1000 रुपए दिया गया है, उनके खाते में पुनः 1000 रुपए डाला जाए.
- प्राकृतिक प्रकोप से किसानों के हुए नुकसान की अविलंब भरपाई की जाए.
पुतला दहन में कम लोग ही एक स्थान पर इकट्ठा हों, साथ ही सोशल डिस्टेनसिंग का पूर्ण रूप से पालन करें. मास्क लगना एवं बार-बार साबुन से हाथ धोना न भूलें.
अंशु झा की रिपोर्ट