देशव्यापी लॉकडाउन के तीसरे चरण में शराब की दुकानों को फिर से खोलने की छूट कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के अब तक के सभी प्रयासों पर भारी पड़ती दिख रही है। सोमवार की तरह आज भी सड़कों और दुकानों पर लोगों की बेतहाशा भीड़ देखने को मिल रही है। शराब लेने के लिए लोग इतने व्याकुल हैं कि उन्हें न अपनी परवाह है और न ही अपनों की। शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के सारे इंतजाम और दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। इस बीच कई राज्यों की सरकारें शराब की होम डिलीवरी पर भी गौर कर रही हैं।
वहीं, छत्तीसगढ़ सरकार ने शराब प्रेमियों के लिए ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की है। राज्य के ग्रीन जोन एरिया में शराब की होम डिलीवरी की जाएगी। एक ग्राहक एक बार में 5000 ml तक का ऑनलाइन ऑर्डर कर सकता है, जिसकी डिलीवरी की कीमत 120 रुपये होगी। पंजाब में शराब के दुकानों को फिर से खलने की तैयारी हो रही है। दुकानदारों की मांग है कि सरकार शराब की होम डिलीवरी की परमिशन दे। इसको लेकर पंजाब के मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा ने कहा कि मैं इसके पक्ष में हूं कि शराब की दुकानें खुलनी चाहिए, लेकिन मैं ऑनलाइन डिलीवरी के खिलाफ हूं और चाहता हूं कि सीधे ठेके ही खुलें। कल या परसों कैबिनेट की बैठक होगी जिसमें ये फैसला हो जाएगा कि शराब की दुकानें खुलेंगी या नहीं।
आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में महिलाओं ने आज कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते राज्य सरकार द्वारा जिले में खोली गई शराब की दुकानों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इनमें से एक ने कहा कि सब्जी बाजार केवल 3 घंटे खुले रहते हैं लेकिन शराब की दुकानों को 7 घंटे तक खुला रहने दिया जाता है।