रांची : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के सातवें दिन भाजपा और आजसू विधायकों ने स्थानीय नीति को स्पष्ट करने की मांग को लेकर विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरना दिया और नारेबाजी की. विधायक ढुल्लू महतो ने कहा कि जब से यह सरकार बनी है स्थानीयता और भाषा के नाम पर जनता को बरगला रही है. कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि झारखंड में स्थानीय कौन है. सदन में भी मामला आया लेकिन सरकार का कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया.
उन्होंने कहा कि आज ही जब मैं अपने क्षेत्र से निकला तो रास्ते भर युवाओं का जत्था सड़क पर आंदोलनरत था. यह सरकार की नाकामी को दर्शाता है. सरकार को जल्द स्थानीय नीति स्पष्ट करनी होगी. वहीं धरना पर बैठे आजसू विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि सरकार को 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करना होगा.
मथुरा महतो और सुदीप्य सोनू भी धरने पर बैठे
दूसरी तरफ झामुमो विधायक मथुरा महतो और सुदीप्य सोनू भी विधानसभा मुख्य द्वार पर धरना पर बैठे. सुदीप्य सोनू ने कहा कि जिस मुद्दे को लेकर भाजपा पिछले दिनो से हंगामा पर रही है उसपर पूर्व की रघुवर सरकार का रुख अलग था. रघुवर दास ने मुख्यमंत्री रहते कहा था कि 27 प्रतिशत ओबीसी को आरक्षण का प्रस्ताव नहीं है. अब किस मुंह से भाजपा यह मांग कर रही है. कहा कि भाजपा और आजसू सिर्फ जनता के बीच अपना अपना चेहरा बचा रही है.
गौरी रानी की रिपोर्ट