रांची : हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद जेपीएससी द्वारा आनन-फानन में संशोधित रिजल्ट जारी किया गया. जारी रिजल्ट में जेपीएससी के 409 एसटी-एससी विद्यार्थियों को सूची से बाहर कर दिया गया. इससे असंतुष्ट 409 एसटी-एससी विद्यार्थी जेपीएससी के खिलाफ फिर से न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं.
जेपीएससी पर केसकर्ता कैलाश कुमार ने बताया कि जेपीएससी द्वारा संशोधित रिजल्ट में कई प्रकार की त्रुटियां हैं. इन त्रुटियों को दूर करने में जेपीएससी पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है. जेपीएससी एक ऐसा संस्थान है, जो पास विद्यार्थियों को फेल कर देती है. फेल करने का कारण तक स्पष्ट नहीं होता है. कैलाश कुमार ने बताया कि 409 पास विद्यार्थी फेल कर दिए गए. जबकि विद्यार्थियों का ओएमआर शीट संबंधित साइट पर अपलोड किया जाना चाहिए था. लेकिन अपलोड नहीं किया गय.
इतना ही नहीं विज्ञापन के अनुसार 15 गुना रिजल्ट प्रकाशित करना था. लेकिन15 गुना रिजल्ट भी जेपीएससी द्वारा प्रकाशित नहीं किया गया. आनन-फानन में जेपीएससी ने यहां रिजल्ट प्रकाशित किया है. जिसमें एसटी, एससी और जेनरल समेत अन्य कैटेगरी के विद्यार्थियों का रोल नंबर कैटेगरी के अनुसार प्रकाशित किया जाना चाहिए था. लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया है. कैलाश कुमार ने बताया कि अगर जेपीएससी द्वारा संशोधित रिजल्ट जारी नहीं की गया तो हम न्यायालय से लड़कर संशोधित रिजल्ट लेंगे. जेपीएससी के खिलाफ 409 विद्यार्थी एकजुट हो चुके हैं. सभी चंदा करके जेपीएससी खिलाफ केस करने को तैयार हैं. दो दिनों के बाद हाईकोर्ट में केस कर दी जाएगी.
गौरी रानी की रिपोर्ट