द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं. दो दिनों से कई कार्यक्रमों में हिस्सा भी ले रहे हैं. इसी बीच मीडिया से उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की. सीएम नीतीश ने चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर को लेकर कहा कि उनसे पुराना रिश्ता है ? इधर, पार्टी से निकाले जा चुके प्रशांत से मुख्यमंत्री के मुलाकत के बाद चर्चा का बाजार गर्म हो गया है. राजनीतिक गलियारों में कई तरह के कयास तैरने लगे हैं. मुलाकात का कोई खास मतलब नहीं है, उनसे पुराना संबंध है. वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद ललन सिंह और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को लेकर कहा कि इधर उधर कुछ नहीं है, गलतफहमी लोग नहीं फैलाएं.
नीतीश कुमार ने झारखंड में भाषा विवाद पर कहा कि मगही और भोजपुरी को हटाना अश्चर्य की बात है. बिहार और झारखंड के लोगों का रिश्ता अलग नहीं है. भोजपुरी एक राज्य की नहीं, यूपी की भी बोली है. सीएम ने कहा कि भोजपुरी भी एक राज्य की भाषा थोड़ी है. उत्तरप्रदेश में भी लोग भोजपुरी बोलते हैं. वैसे ही बिहार झारखंड भी है. ऐसे में अगर भोजपुरी और मगही के साथ भेदभाव हो रहा तो ये आश्चर्य की बात है. ये सब बात अगर कोई कर रहा है तो हम नहीं समझते कि वो राज्य के हित में कर रहा. वो ऐसा करके अपना ही नुकसान कर रहे.
सीएम ने तेजस्वी पर कसा तंज
प्रशांत किशोर से मुलाकात के संबंध में उन्होंने कहा कि अरे बेचारा प्रशांत किशोर से कोई आज का संबंध थोड़ी है. मुलाकात का कोई खास मतलब नहीं है. वहीं, बिहार विधानसभा में स्तंभ पर स्वस्तिक चिह्न बनाए जाने को लेकर तेजस्वी द्वारा किए गए वार पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. जानकारी मिलेगी तो करेंगे ही. वहां के स्पीकर हैं वो ही सारा कुछ देखते हैं तो वो करेंगे. इस दौरान उन्होंने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि पता नहीं अपने मन से कौन कौन सा ट्वीट आज कल करते रहते हैं. खुद करते हैं या दूसरे से कराते हैं ये भी समझ नहीं आता.