नई दिल्ली : भारत में पर्यटन स्थलों की कमी नहीं है. कई स्थान हैं जो भारत के गौरवशाली इतिहास की गवाह रही हैं. ऐसे ही स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेलवे ने भारत गौरव ट्रेन चलाने का फैसला किया है. हालांकि भारत गौरव ट्रेंने रेलवे खुद नहीं चलाएगी बल्कि निजी कंपनियों पर इसकी जिम्मेदारी होगी. भारत गौरव ट्रेनें भारत की परंपरा और संस्कृति को बताएंगी.
भारत गौरव ट्रेन की पॉलिसी के मुताबिक, कोई भी निजी ऑपरेटर या सर्विस प्रोवाइडर या फिर कोई जैसे आईआरसीटीसी भी विशेष पर्यटन पैकेज के रूप में थीम-आधारित सर्किट पर भारत गौरव ट्रेन चलाने के लिए भारतीय रेल से ट्रेनों को लीज पर लेकर चला सकता है. ऑपरेटर को मार्ग, पड़ाव, प्रदान की जाने वाली सेवाओं और, सबसे महत्वपूर्ण, इन ट्रेनों का क्या किराया होगा ये ट्रेन के ऑपरेटर ही तय करेंगे लेकिन रेलवे की इसपर नजर रहेगी ताकि किराए को लेकर यात्रियों से मनमाना किराया ना वसूला जाए. माना जा रहा है रेलने के इस पहल से देश में पर्यटन के क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर बनेंगे.
कैसी सुविधा होगी ‘भारत गौरव’ ट्रेन में
रेलवे ने ऐसी 190 ट्रेनों का आवंटन किया है जो पर्यटन की लिहाज से चलाई जाएंगी. यह ट्रेनें नियमित न होकर अपने एक निश्चित टाइम टेबल के मुताबिक चलेंगी. रेलवे ने इन ट्रेनों के लिए 3033 रेल डिब्बे चिन्हित किए हैं. रेलवे ने इन ट्रेनों के संचालन के लिए आईसीएफ कोच निर्धारित किए हैं लेकिन भविष्य में वंदे भारत, विस्टा डोम, और एलएचबी कोच भी जोड़े जाएंगे. बता दें कि आईआरसीटीसी अभी थीम बेस्ड टूरिस्ट ट्रेन जैसे रामायण एक्सप्रेस ऑपरेट करता है जो भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थलों तक श्रधालुओं को लेकर जाता है. भारत गौरव के तहत चलाये जाने वाले ट्रेनें पैकेज टूर के तहत चलेगी जिसमें ऑपरेटर पर पर्यटक को होटल में ठहराने से लेकर स्थानीय पर्यटन स्थलों तक ले जाने की जिम्मेदारी होगी.
कोई भी चला सकता है भारत गौरव ट्रेन
इन ट्रेनों के संचालन के लिए कोई व्यक्ति,ट्रस्ट, टूर ऑपरेटर और राज्य सरकारें भी आवेदन कर सकती हैं. ओडिशा, राजस्थान, कर्नाटक और तमिलनाडु के प्रदेश की सरकारों ने ट्रेनों के संचालन करने की इच्छा भी जाहिर की है.