नई दिल्ली : तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का विधेयक संसद में पारित भी हो गया है. एक साल से चल रहे आंदोलन में अब किसानों के बीच आंदोलन खत्म करने को लेकर अलग-अलग राय सामने आने लगी है. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि अगले महीने के अंत तक किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा.
राकेश टिकैत से पूछा कि ठंड बढ़ रही है, कब तक आंदोलन जारी रहेगा? इस पर टिकैत ने कहा कि अगले महीने के अंत तक ये आंदोलन खत्म हो जाएगा. क्योंकि पीएम ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने को लेकर जुबान दी हुई है. अगर एक जनवरी तक MSP पर कानून नहीं बनता है तो ये मुद्दा भी किसानों के आंदोलन में मांग का हिस्सा बन जाएगा. हालांकि सरकार ऐसा बिल्कुल नहीं होने देगी. इसलिए अगले महीने तक ये आंदोलन खत्म हो जाएगा.
इसके अलावा टिकैत ने ये भी कहा कि जाते हुए को कोई नहीं रोकता. फिलहाल कोई किसान नहीं जाना चाहता है. ये एक हफ्ते का कोर्स है. टीवी के माध्यम से चलेगा. संडे तक चलेगा. उसके बाद सरकार लाइन पर आ जाएगी. बातचीत 10-11 तारीख के बाद में शुरू होगी. अगले महीने में ये आंदोलन भी खत्म हो जाएगा. MSP पर कानून की भी बात हो जाएगी. किसानों पर जो मुकदमें हैं वो भी वापसी हो जाएंगे. सरकार को यहीं देकर जाएंगे मुकदमें. कोई भी किसान मुकदमें साथ लेकर नहीं जाना चाहता.
1 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर पर आपात बैठक
किसानों का एक धड़ा आंदोलन खत्म करने को लेकर अगुवाई कर रहा है तो कुछ नेता अपनी अन्य मांगों पर आंदोलन को जारी रखना चाहते हैं. बीकेयू ‘कादियान’ के अध्यक्ष हरमीत सिंह कादियान ने बताया कि एक दिसंबर को एसकेएम (संयुक्त किसान मोर्चा) की बैठक होगी. इसके बाद आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा. हालांकि एक दिसंबर को होने वाली बैठक के अलावा एसकेएम ने चार दिसंबर को अपनी अगली बैठक बुलाई हुई है.
दरअसल, पंजाब किसान संघठनों का मानना है कि, कानून वापसी के बाद उनकी जीत हो चुकी है. इसलिए अब आंदोलन को जारी रखने को लेकर हम बैठक में तय करेंगे. वहीं किसान यह भी जानना चाहते हैं कि सरकार की एमएसपी को लेकर क्या योजना है?