छपरा से बिपिन कुमार मिश्रा
प्रधानमंत्री सभी गरीबो को छत देने के योजना के इंद्रा आवास योजना का नाम बदल कर प्रधानमंत्री आवास योजना रख कई तरह के नियमो में बदलाव किया परन्तु आज भी कम पढ़े लिखे ग्रामीण लोंगो का दोहन इस योजना में भी किया जा रहा है, इसुआपुर के साहवा पंचायत से भी इस योजना में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है, जिस मामले में इसुआपुर थाना में मुखिया संगम बाबा के घर मे संचालित सीएसपी पर 40 हजार के फर्जीवारा का आरोप लगा है । बीडीओ ने भी सीएसपी की गतिबिधियों को संदेह जताते हुए पूरे मामले के जांच के लिए जिला प्रशासन से किया है, जबकि बिरोधियो ने दावा किया है कि इस मामले उच्च स्तरीय जांच कराने पर करोड़ों के हेर फेर के मामले का खुलासा होगा,सहवाँ निवासी रूखमणी कुंअर प्रधानमंत्री ग्राम आवास योजना लाभार्थी है। इनके द्वारा इसुआपुर थाना में एवं बैंक के शाखा प्रबंधक को लिखित रूप में आवेदन देकर आरोप लगाया गया था कि मैं रूखमणी कुंअर मेरे बैंक खाते में प्रधानमंत्री ग्राम आवास योजना का रुपया आया था। जिसको धोखा देकर डटरा-पुरसौली पंचायत के वर्तमान मुखिया सरोज कुमार गिरी उर्फ संगम बाबा के भाई द्वारा बैंक से 40000 रुपया निकाल लिया गया है। जिसको ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने मुखिया सरोज कुमार गिरी उर्फ संगम बाबा समेत तीन लोगों F.I.R दर्ज की है। इसुआपुर प्रखंड के ग्राम-सहवाँ निवासी रूखमणी कुँवर का आरोप था कि डटरा-पंचायत के वर्तमान मुखिया सरोज कुमार गिरी उर्फ संगम बाबा के भाई मेरे घर पर आए, और हमको बुलाकर मुखिया जी (डटरा-पुरसौली पंचायत के मुखिया संगम बाबा) के घर पर ले गए। मैं भी अपने बेटे चन्दन कुमार के साथ मुखिया जी के पास गई तो मेरा बैंक खाता मुखिया सरोज कुमार गिरी उर्फ संगम बाबा के भाई लेकर बैंक में बैठे बैंक कर्मचारी पप्पू कुमार को दें दिए और मेरे अंगूठे का निशान भी ले लिए और मुझसे बोले कि प्रधानमंत्री ग्राम आवास योजना का पैसा आया है जाँच करना है। और बाद में उनके द्वारा बोला गया कि आपका खाता होल्ड हो गया है, आप घर जाइये आपका खाता सही करके कल दे दिया जायेगा। और हम और हमारा बेटा चन्दन कुमार घर आ गए। बाद में बैंक कर्मचारी पप्पू कुमार यादव द्वारा बैंक खाता मिल जाने के बाद जब मैंने बैंक खाता चेक करवाया तो मेरे खाता में से दो बार 20000-20000 करके मेरे खाते से 40000 रुपया निकाल लिया गया था। और मुझे धोखा देकर मेरे बैंक खाते में से प्रधानमंत्री ग्राम आवास योजना द्वारा आया रुपया में 40000 रुपया निकाल लिया गया है। जिसकी जानकारी होने पर पीड़ित ने इसुआपुर थाना।में प्रथमिकी दर्ज कराई है, इधर आवास सहायक ने बताया कि उनके पति के नाम से पूर्व में भुगतान होने के कारण उनका खाता होल्ड किया गया है, इधर सीएसपी संचालक विनय ने बताया।कि उनके कहने पर उनके अकाउंट से पैसे ट्रांसफर किया गया है, सवाल यह है कि आखिर जब आवास सहायक को पता था कि रुक्मिणी के पति के नाम से आवास आवंटन हुआ था तो फिर उसके नाम से पैसा आया कैसे, दूसरा जब खाता होल्ड कर दिया गया तो निकासी कैसे हुई..??? इस सवाल का जबाब निश्चित ही बड़े घोटाले का स्क्रिप्ट है जिसकी जांच के बाद ही मामले का खुलासा होगा.