पटना : बिहार एनडीए घटक दल हम और जेडीयू ने मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की है. दोनों पार्टियों ने जिन्ना को स्वतंत्रता सेनानी बताया है और उनके द्वारा किए गए कामों को भी गिनवाया है. इधर, एनडीए घटक दल के नेताओं द्वारा जिन्ना को लेकर की गई ऐसी टिप्पणी के बाद बिहार के सियासत के साथ-साथ बिहार एनडीए के अंदर भी खलबली मची गई है. नीतीश कैबिनेट में बीजेपी कोटा से मंत्री बने सम्राट चौधरी ने इन बयानों पर प्रतिक्रिया दी है.
जानें चौधरी ने क्या कहा
उन्होंने कहा कि आज भी अगर कोई जिन्ना की तारीफ कर रहा है और उन्हें लगता है कि जिन्ना ने ही सब कुछ तो उनके लिए पाकिस्तान का दरवाजा खुला हुआ है. साल 1947 में दो विचारधारा लोगों के सामने थी. जो जिन्ना को पसंद करते थे, वो पाकिस्तान चले गए थे. अब अगर हिंदुस्तान में रहना है तो भारत माता की जय और महात्मा गांधी की जय बोलना होगा. ऐसे में जिन्हें लगता है कि हिंदुस्तान की आजादी में जिन्ना का योगदान रहा है, उनके लिए पाकिस्तान का दरवाजा खुला है.
हम प्रवक्ता ने किया था दावा
दरअसल, शनिवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने जिन्ना को स्वतंत्रता सेनानी बताया है. उन्होंने कहा कि देश के आजादी की लडाई में जिन्ना की भूमिका को नहीं भूला जा सकता. देश के बंटवारे के लिए जितना जिन्ना दोषी हैं, उतने ही जवाहर लाल नेहरू भी जिम्मेवार हैं. जिन्हें जिन्ना को लेकर शक है वह इतिहास पढ़ लें, नहीं तो लालकृष्ण आडवाणी से बात कर लें.
JDU नेता ने कही थी ये बात
इधर, जदयू नेता खालिद अनवर ने भी ऐसी ही बातें कही हैं. उन्होंने कहा कि कायद-ए-आजम मोहम्मद अली जिन्ना का स्वतंत्रता की लड़ाई में बड़ा योगदान था. वे बड़े स्वतंत्रता सेनानी थे. उन्हें पहले पंक्ति के स्वतंत्रता सेनानियों की सूची में रखा जाता है. यह बदकिस्मती है कि देश के विभाजन में मोहम्मद अली जिन्ना का भी रोल बहुत बड़ा था. इन्हीं बयानों पर सम्राट चौधरी ने पलटवार किया है. मालूम हो कि ये सारा विवाद उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा नेता अखिलेश यादव द्वारा जिन्ना को लेकर दिए गए बयान के बाद शुरू हुआ है.