पटना : लगभग पांच महीनों के बाद जेल से रिहा होने के बाद आज जाप प्रमुख व पूर्व सांसद पप्पू यादव पटना पहुंचे और प्रेसवार्ता को संबोधित किया. उन्होंने कहा की मुझे सरकार साजिश के तहत मुझे गिरफ्तार कर पांच महीने जेल में रखा गया. कोरोना काल में जब पक्ष और विपक्ष गायब थे. एम्बुलेंस को छुपा कर भाजपा नेता अपने घर पर रखे थे. अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड नहीं था. बिहार का स्वास्थ्य सिस्टम कॉलेप्स कर गया था. हमने ऑक्सीजन की व्यवस्था की. सरकार की कमियों को उजागर किया. बिहार सरकार के चार मंत्री और दो पदाधिकारी ने साजिश रचकर मुझे गिरफ्तार करवाया. समय आने पर इनके साजिश का पर्दाफाश करूंगा.
पप्पू यादव ने कहा कि बिहार सरकार के कई नेताओं के अस्पताल है जो कोरोना में पैसा उगाही करते हैं. इन लुटेरे अस्पतालों के खिलाफ मेरा संघर्ष जारी रहेगा. सरकार के लाख दमन के बाद भी मेरी सेवादारी जारी रहेगी. मेरा नीतीश कुमार से आग्रहः है कि सरकार के अंदर मौजूद भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों पर कार्यवाई करनी चाहिए. नीतीश कुमार को धन्यवाद जिसने जेल के दौरान मेरे स्वास्थ का ख्याल रखा. नीतीश जी जब जब बिहार सरकार जनता के प्रति उदासीन होगी. जाप सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेगी.
प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि बिहार की एक विपक्षी पार्टी है जो ईडी और सीबीआई के डर से भाजपा से आंतरिक समझौता किया हैं. इसके नेता भाजपा पर हमला नहीं करते हैं वे लगातार नीतीश कुमार से सवाल करते हैं. आखिर क्या कारण है केंद्र सरकार बिहार के इस घोटालेबाज नेता पर इतने भष्ट्राचार के केस होने के बाद भी कार्यवाही नहीं करती हैं. इनकी सम्पति को जप्त नहीं करती हैं.
पप्पू यादव ने कहा कि बिहार का एक विपक्षी पार्टी सौदेबाजी का काम करती हैं. इस विपक्षी पार्टी की भाजपा से पूरी मिलीभगत हैं. मेरा कांग्रेस से आग्रहः है कि बिहार में एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाए. ब्लैकमेलर पार्टी से अपनी नाता तोड़े. जिससे यदी कांग्रेस मजबूत उम्मीदवार देती हैं तो जाप कांग्रेस का सहयोग करेगी. मौके पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अख़लाक़ अहमद, प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव रघुपति सिंह, राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, भाई दिनेश, प्रदेश प्रवक्ता शान परवेज, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रानी चौबे, युवा प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर, सचितानंद सिंह, गौतम आनंद और आजाद चांद सहित पार्टी के सभी महत्वपूर्ण नेता उपस्थित थे.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट