जीवेश तरूण, बेगूसराय
बेगूसराय: मटिहानी के जदयू विधायक बोगो सिंह द्वारा गिरिराज सिंह पर सवाल उठाए जाने के बाद यहां की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। बेगूसराय भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने इसका कड़ा विरोध करते हुए कहा है कि बोगो सिंह खुद एक जनप्रतिनिधि हैं। उन्हें अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए। संजय सिंह ने कहा कि बाबू सिंह ने एनडीए के साथ वफादारी निभाई है तो एनडीए ने भी वफादारी निभाई है। भोला बाबू ने जब संसदीय क्षेत्र में बंद पड़े फर्टिलाइजर का पुनर्निर्माण नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू करवाया। गिरिराज सिंह जब सांसद बने तो भोला बाबू के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए कृत संकल्पित हैं। बंद पड़े थर्मल को एनटीपीसी के हाथों देकर वहां विद्युत उत्पादन शुरू कराया गया। सिमरिया में सिक्स लेन पुल बन रहा है, डबल लाइन रेलवे पुल बन रहा है। भोला बाबू ने जिन जिन मामलों को उठाया गिरिराज सिंह उसे मूर्त रूप दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे पहला कूलिंग टावर बरौनी रिफाइनरी में बना, यह नरेंद्र बाबू को नहीं दिखा। सिमरिया में बनते पुल नहीं दिखाई पड़ रहे हैं, रेलवे का दोहरीकरण नहीं दिखाई पड़ा। गढ़हरा यार्ड नहीं दिखाई पड़ रहा है, फोरलेन सड़क नहीं दिखाई पड़ रहा है। एनटीपीसी दिखाई नहीं पड़ रहा है, फर्टिलाइजर नहीं दिखाई पड़ रहा है। बरौनी रिफाइनरी की छह से नौ टन करने हो रही क्षमता विस्तारीकरण नहीं दिखाई पड़ रहा है। पेट्रोकेमिकल के लिए जो मानक हैं उसे रिफाइनरी जब पूरा करेगी तो बेगूसराय में पेट्रोकेमिकल बनेगा। नरेंद्र बाबू जनप्रतिनिधि हैं। शब्दों का चयन ऐसा होना चाहिए कि किसी के सम्मान को ठेस नहीं पहुंचे। वह अभागा किसे कहना चाहते हैं? गिरिराज सिंह को, भोला बाबू को, शत्रुघ्न प्रसाद सिंह को या रामजीवन सिंह को? यही सब तो हमारे जनप्रतिनिधि रहे हैं। सबने ईमानदारी से काम किया है। बेगूसराय जैसे जिले में केन्द्र सरकार 50 हजार करोड़ की योजनाएं पर काम कर रही है। वह भोला बाबू और गिराराज सिंह की देन है, नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की देन है। इसलिए एनडीए बेगूसराय में पूरे वफादारी से काम कर रहा है। एनडीए के सभी जनप्रतिनिधि वफादारी से काम कर रहे हैं। कोई भी जनप्रतिनिधि हो उन्हें शब्दों में संयमता बरतनी चाहिए।