पटना : कोविड-19 से लड़ते हुए जिस प्रकार से इकोनामिक क्राइसिस हो गया है, उसको कैसे स्किल डेवलपमेंट किया जाए. इसी विषय को लेकर बुधवार देर शाम पटना में भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्व विश्वेश्वरैया की जयंती के साथ 54वां अभियंता दिवस इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियर के द्वारा बुधवार को मनाया गया. जिसका विधिवत उद्घाटन बिरला इंस्टिट्यूट टेक्नोलॉजी के निदेशक प्रोफेसर डॉ. अरविंद कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया.
मीडिया से मुखातिब होते हुए मानव सचिव इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियर बीके सहाय ने बताया कि असिस्टेंट ऑफ इंजीनियर ऑफ भारत सरकार श्रीलंका ताजिकिस्तान यह सब सारे कंट्री भारत रत्न सर्वोच्च मुंडन विश्वेश्वरैया के जन्मदिन को अभियंता दिवस के रूप में मनाया गया है. निर्देशक ने कहा कि इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर वैधानिक फंक्शन है. इसके लिए थीम अलाउंस किया जाता है उसके पूरे सेंटर देश और विदेश में लेक्चर होते हैं.
मानव सचिव बीके सहाय ने कहा कि आज के थीम का विषय है स्किल डेवलपमेंट एंड एंप्लॉयमेंट ड्यूरिंग दिस कोविड-19 यानी कोविड-19 हुए जिस प्रकार से इकोनामिक क्राइसिस हो गया है. उसको कैसे स्किल डेवलपमेंट किया जाए इसी विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया है. इसमें दो बड़े विद्वान ने भाग गया है. इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर के मानव सचिव डॉ. बीके सहाय ने कहा कि पूरे वर्ल्ड में जो इकनोमिक क्षति हुई है. उसको कैसे बैक किया जाए उन्हीं सभी बातों को लेकर आज इंजीनियर्स डे के कार्यक्रम में फोकस किया गया है.