पटना : बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार कार्यक्रम को ढकोसला बताए जाने पर जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने पलटवार किया है. मंगलवार को निखिल मंडल ने ट्वीट कर तेजस्वी यादव को बताया कि जदयू से जुड़े किसी भी पदाधिकारी को गलत पाया जाता है तो पार्टी की ओर से कार्रवाई की जाती है. निखिल मंडल ने तेजस्वी यादव के ट्वीट को ही री-ट्वीट कर जवाब दिया है.
जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि बिहार की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा करती है. इसलिए 2005 से वो मुख्यमंत्री हैं. हमने जब अपनी पार्टी से जुड़े पदाधिकारी को गलत पाया तो करवाई की. ये हमने कई बार करके दिखाया है. बाकि आपकी तरह नहीं कि आज भी राजबल्लव और अरुण जैसे लोगों को राजद पोस्टर बॉय बनाई हुई है.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कही थी यह बात
बीते सोमवार को एक महिला अपने पति की हत्या के मामले में गुहार लगाने के लिए नीतीश कुमार के पास पहुंची थी. महिला ने जदयू के विधायक पर हत्या का आरोप लगाया था. इस बात पर तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि पूर्व जिला पार्षद की हत्या के नामजद आरोपी जदयू एमएलए रिंकू सिंह पर सात महीने में कोई कार्रवाई नहीं हुई. सीएम के निर्देश पर पुलिस ने उसे बचाया. पूर्व जिला पार्षद की पत्नी सीएम के जनता दरबार में पहुंची, सीएम ने याचक को फिर उसी पुलिस के पास भेज दिया. क्रोनोलॉजी समझिए.