द एचडी न्यूज डेस्क : कहते हैं किसी भी समाज या राष्ट्र को विकास करना हो तो सबसे पहले शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करना जरूरी होता है. लेकिन जब शिक्षा व्यवस्था ही चौपट नजर आए तो समझ सकते हैं कि समाज और राष्ट्र कैसे आगे बढ़ सकता है. शिक्षा की बात कर ही दिए हैं तो राजधानी पटना के कंकडबाग के एक स्कूल के बारे में जरा आपको बता दें.
दरअसल, कंकड़बाग में एक स्कूल तो है लेकिन बच्चों को बैठने के लिए जगह नहीं है. बच्चों को हर दिन काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. स्कूल में कहीं भी रौशनी नहीं है. साथ ही वहां लाइट की भी व्यवस्था नहीं है. बच्चों के साथ-साथ टीचर को गर्मी में रहना पड़ता है. इसी की वजह से बच्चों के साथ-साथ शिक्षक भी परेशान रहते हैं.
मौजूदा हालात को लेकर हमने कुछ शिक्षकों से बात की, उन्होंने अपनी बात रखी. स्कूल की दयनीय स्थिति को लेकर शिक्षक ने क्या कहा आप उन्हीं की जुबानी सुन सकते हैं. शिक्षकों से बातचीत करने के बाद हमने स्कूल के प्राचार्य से भी बात की. उन्होंने कहा कि इस परेशानियों को लेकर हमने कई अधिकारियों से बातचीत की है लेकिन कोई सुधार अभी तक नहीं हुआ है. प्राचार्य ने आगे कहा कि हमारी बातों को सुनने के लिए कोई नहीं है.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट