द एचडी न्यूज डेस्क : एक लंबे अरसे के बाद बच्चों के चेहरे पर रौनक लौटेगी. क्योंकि कोरोना महामारी के कारण लगभग डेढ़ साल से स्कूल में ताला लगा हुआ था. बच्चें सिर्फ ऑनलाइन क्लास के जरिए अपनी पढाई पूरी कर रहे थे. लेकिन अब इसका इंतजार खत्म हो गया है. लंबे अरसे के बाद एक बार फिर स्कूलों में रौनक लौटेगी. स्कूल में फिर से छात्र नजर आने लगेंगे. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज से सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालय को खोल दिए गए हैं. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार के अनलॉक-5 के मुताबिक, बिहार में आज यानी 16 अगस्त से सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालय स्कूल खोलने की अनुमति दे दी है. अब करीबन सूबे के 80 हजार निजी विद्यालयों पर से ताला हट जाएगा.
आपको याद दिला दें कि मार्च और अप्रैल के महीने में कक्षा एक से 8वीं तक के स्कूलों को खोलने की बात की गई थी लेकिन उसी दौरान कोविड कि दूसरी लहर कि चपेट में बिहार आ गया था. जिसकी वजह से फिर से सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था. लेकिन अब कोरोना कि रफ्तार में कमी आने की वजह से सभी स्कूलों को खोलने की इजाजत सरकार ने दे दी है.
हालांकि राज्य सरकार ने 12 जुलाई से 10वीं क्लास के ऊपर के स्कूल और कॉलेज खोलने का फैसला किया था. वहीं सात अगस्त से 9वीं और 10वीं क्लास के स्कूल खोले गए हैं. अब आज से प्राथमिक और मध्य विद्यालय स्कूल भी खोल दिए गए है जिसे लेकर बच्चों में काफी उत्साह है. लेकिन स्कूल खुलने के बाद कोरोना में संक्रमण की जो गति है वो बढ़ न जाए इसके लिए सरकार कि तरफ से कुछ गाइडलाइन दिए गए हैं. जिनका पालन स्कूलों के साथ-साथ माता-पिता को भी करना होगा. क्या कुछ गाइडलाइन है आपको विस्तार से बताते हैं.
दरअसल, स्कूल जाने से पहले बच्चों का तापमान मापना होगा. अगर तापमान ज्यादा होगा तो बच्चे को स्कूल नहीं भेजना है. बच्चों को मास्क पहनाना होगा. साथ ही सैनिटाइजर रखना होगा और बार-बार हाथ धोने को लेकर भी अपने बच्चों को तैयार करना होगा. स्कूल ले जाने वाले गाड़ी के बारे में जानकारी लेनी होगी. अगर वाहन चालक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहा है तो तत्काल उसकी शिकायत करने को कहा गया है.
इधर, प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेल्फेयर के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने सभी निजी विदयालय के सचालकों और अभिभावकों को शुभकामनाएं देते हुए इसके लिए राज्य सरकार को धन्यवाद भी दिया है. उन्होंने कहा है कि सभी विद्यालयों में कोरोना महामारी से बचने के लिए निर्धारित मानकों का पालन किया जाना चाहिए. स्कूल खुलने से खुशनुमा माहौल लौटेगा. आगे शमायल ने कहा है कि संघर्ष अभी भी जारी है. निजी विद्यालयों का बिहार सरकार के शिक्षा विभाग पर शिक्षा के अधिकार के तहत पढाए गए विदयार्थियों कि बताई गई राशी पर सरकार का संज्ञान लिया जाना अभी बाकी है.
स्कूलों को खोले जाने को लेकर विद्यालयों से लेकर छात्रों ने लंबे समय तक काफी इंतजार किया है. अब स्कूल से लेकर कॉलेज और शिक्षण संस्थान सभी को खोल दिया गया है. आज से कक्षा एक से 8वीं तक के स्कूलों को भी खोल दिया गया है. जिसे लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. जी हां बिहार के सभी 38 जिलों में जितने प्राथमिक विद्यालय हैं. उन्हें कोरोना गाइडलाइंस के तहत खोला जा रहा है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि करीबन दो वर्षों तक जो विद्यालय सुना पड़ा था. उसमें अब फिर रौनक लोटने वाली है. फिर से विद्यालयों में छात्रों का शोर गूंजेगा.
स्वपनिल सोनल की रिपोर्ट