राकेश शर्मा, बोकारो
बोकारो: पंचायत का मुखिया अगर चाहे तो अपने क्षेत्र को कई मायनो में सुखी और संपन्न बना सकता है। वो भी सत्ता और प्रशासन के दबाव के बगैर जी हां ऐसा ही कुछ काम हुआ किया था बोकारो जिले के बुंडू पंचायत ने। सूबे में लगभग चार हज़ार पंचायतों में एक मात्र बुंडू पंचायत ने पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार की ओर से मिलने वाले पंचायत सशक्तिकरण पुरुस्कारों में नौंवा स्थान प्राप्त किया है। सूबे के इस पंचायत ने पिछले कुछ सालों से लगातार राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार जीत कर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। पंचायती राज मंत्रालय की ओर से पेटरवार प्रखण्ड के बुंडू पंचायत को इस बार चाइल्ड फ्रेंडली पंचायत का दर्जा प्राप्त हुआ है। इसके पहले इस पंचायत को वर्ष 2017 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण सम्मान प्राप्त हुआ था। राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री स्मार्ट विलेज योजना प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर पंचायत विकास के लिए एक करोड़ रुपये की राशि भी मिली थी।
शुक्रवार को पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुखिया के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद कर रहे थे। वहीं एक ऐसे भी मुखिया रहे जो प्रशासनिक उदासीनता के कारण इस अवसर से वंचित रह गए। चाइल्ड फ्रेंडली अवार्ड के लिए वर्ष 2020 में चयनित किये गए पेटरवार प्रखण्ड के बुंडू पंचायत के मुखिया अजय कुमार सिंह अधिकारियों की लापरवाही के कारण प्रधानमंत्री के साथ वीडियो संवाद में शामिल नहीं हो सके। जिसके कारण दिन भर कैरम खेल कर अपना समय व्यतीत किया।
मुखिया अजय कुमार सिंह ने पेटरवार में द एचडी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि शुक्रवार को पंचायती राज दिवस था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अवार्ड पाने वाले जन प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कायम करने की जानकारी मुझे पत्र के माध्यम से दी गयी थी। जब पेटरवार के बीडीओ इंदर कुमार से बात की तो उन्होंने एनआइसी बोकारो जाने को कहा लेकिन संसाधन मुहैया नहीं कराया गया। उन्होंने बताया कि उसके बाद जिले के उप विकास आयुक्त रविरंजन मिश्रा से बात की तो उनका कहना था कि इस तरह की कोई जानकारी हमें नहीं है। मुखिया ने कहा कि जब हमने टी वी पर जम्मू कश्मीर और बिहार के जहानाबाद के अवार्ड प्राप्त मुखियाओं के साथ प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात को देखा तो काफी तकलीफ हुई। इस बात का मलाल मुझे हमेशा रहेगा।