मधुबनी : सूबे में अपराधों की ग्राफों की अगर बात करें तो बहुत हद से ज्यादा बढ़ता हुआ है. जिससे आम लोगों अपने आप को सुरक्षित रखना मुश्किलें बढ़ रही है. हर एक आम नागरिक अब खुद को असुरक्षित महसूस किया करते हैं, क्योंकि अपराधियों की जो वारदात हो रहा है. उससे काफी भयभीत होकर डर के साये में जीने को विवश है और सरकार व प्रशासन नपुंसकता दिखाने में लगी हुई है. जी हां अब नरसंहार की घटनाएं काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. हर एक दिन आपराधिक घटनाओं से पूरा प्रदेश थर्रा उठता है. क्योंकि अपराधियों की हौसले इतने बुलंद हो चुका है कि सरकार और प्रशासन भी नपुंसकता दिखाने लगते हैं.
मधुबनी जिले में भी नरसंहारों की वारदातें खूब होता जा रहा है. हर एक दिन आम लोगों को मौत की घात उतारा जा रहा है. जिले में खासकर के यह तीसरी ऐसी नरसंहार की वारदातें है. जिससे एक साथ साथ आधा दर्जनें लोगों को गोलियों से उसकी सीना को छल्ली कर के मौत की नींद सुला दिया जाता है. बेनीपट्टी के मुहम्मदपुर गांव में होली के दिन एक तालाब की विवाद को लेकर अपराधियों की वारदातें का नजारा देखने को मिला था. जिसमें एक ही परिवार के छह लोगों को गोलियों से भुन डाला और फरार हो गया.
मुहम्मदपुर गांव के पड़ोसी गांव गैवीपुर के रहने वाले अपराधी प्रवीण झा जो अपने 35 साथियों के साथ एके 47 हथियारों के साथ आया और राणा प्रताप सिंह के घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग किया. उस फायरिंग में तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. उसके बाद तीन लोग बुरी तरह से गंभीर रूप से घायल हुआ था. जिसके बाद उसमें भी दो और लोगों की मौतें हो चुकी है, अब उस नरसंहारों में पूरे पांच लोगों की अभी तक हत्या किया गया है.
मुहम्मदपुर गांव में नरसंहारों के बाद राजनेताओं का दौरा करना शुरू हो गया है. हर एक दिन हर पार्टी के नेताओं का आना जाना हो रहा है. इसी कड़ी में हरलाखी के विधायक सुधांशू शेखर भी घटना के चार दिन बाद पहुंचा. जिसके बाद परिजनों ने रो रो कर अपना दुःखनामा सुनाया. जहां पुलिस प्रशासन लेकर प्रशिक्षु एसडीपीओ भी मौजूद थे और उन्होंने अपनी नपुंसकता दिखाने में लगे थे. जबकि परिजनों के द्वारा बार बार बेनीपट्टी के भाजपा विधायक विनोद नारायण झा का नाम बताया जा रहा था. फिर भी एक भी पुलिस प्रशासन ने अपनी गहरी ध्यान नहीं दिया. क्योंकि देश और प्रदेश में भाजपा की सरकार है. उस सरकार में किसी भी अपराधियों को घटनाएं करने से छुटकारा दिया जा चुका है. जब साधना न्यूज़ संवाददाता ने हरलाखी विधायक से इस नरसंहार की घटनाएं पर सवाल किया तो जरा आप भी सुन लीजिए, विधायक क्या क्या अपना बयानबाजी कर रहे हैं.
कहा जाता है कि नीतीश कुमार के शासनकाल में हर एक अपराधियों के ऊपर शिकंजे कसा जाता है. लेकिन मुहम्मदपुर गांव में जो नरसंहार की वारदातें को अंजाम दिया गया है. उसमें अभी तक क्यों नही मुख्य आरोपी प्रवीण झा और भाजपा विधायक विनोद नारायण झा के ऊपर किसी भी प्रकार की करवाई किया गया. ऐसे में भाजपा विधायक विनोद नारायण झा, भाजपा के प्रवक्ता है और विधायक भी. शायद इसिलिए उनपर किसी भी प्रकार की कोई पुलिसिया करवाई नही किया जा रहा है.
मगर पुलिस प्रशासन ने 35 लोगों पर नामज़द एफआईआर किया गया और दस लोगों पर अज्ञात किया गया. अभी तक सिर्फ आठ लोगों को ही पुलिस गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है. बाकी के सभी अपराधी अभी भी फरार है. मृतकों के रिश्तेदारों सब को गोलियों से हत्या करने की धमकी देता है. ऐसे में अब देखना अहम होगा कि इस नरसंहार की घटनाएं को साज़िश करने वाले भाजपा विधायक विनोद नारायण झा के ऊपर कब तक डबल इंजन के सरकार और पुलिस प्रशासन करवाई करती है. जिससे नरसंहार में किया गया हत्या लोगों की आत्मा को शांति मिल सके.