पटना : देश में एक बार फिर कोरोना के नए मामले सामने आ रहे है. देश के कई हिस्सो में फिर से लॉकडाउन लगाया गया है. ऐसे में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि बिहार में स्वास्थ्य विभाग शुरू से ही कोरोना को लेकर गंभीर है. पिछले साल से अबतक विभाग की ओर से गंभीरता से काम किया जा रहा है उसी का आज परिणाम है कि बिहार के अंदर 350 से भी कम मरीज राज्य के अंदर है. आज बिहार के छह जिलें ऐसे हैं जहां शून्य मरीज है कोरोना के रिकवरी रेट 99.29 प्रतिशत है.
उन्होंने कहा कि विगत कुछ दिनों में जब कोरोना का प्रभाव बढ़ते हुए दिखा हम सभी परिस्थितियों पर नज़र रखे हुए हैं और उसपर काम भी हो रहा है. लगातार हमारे टेस्टिंग का काम जारी है. आने वाले दिनों में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाएगी साथ ही जो हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर रैंडम टेस्ट की व्यवस्था होगी. साथ ही जो लोग बिहार महाराष्ट्र , और केरल जैसे राज्यों से आएंगे उनलोगों के स्वास्थ्य पर विशेष नज़र रहेगी.
हर जिलों में सिविल सर्जन निगरानी पर रहेंगे. होली को देखते हुए होली मिलन समारोह पर भी रोक रहेगी ताकि कही भीड़ भाड़ न रहे. कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके. साथ ही लोगों से भी अपील है कि मास्क लगाए, सोशल डिस्टेन्स बना कर रहें. उन्होंने कहा कि जो लोग बाहर से आएंगे वो अगर अपने साथ कोरोना की जांच रिपोर्ट साथ लेकर आएंगे तो ठीक है नही तो यही उनका रैपिड कोरोना टेस्ट किया जाएगा. स्कूलों के बंद करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का सीएमजी समय समय पर इसकी समीक्षा करता है, कल भी इसपर बैठक हुई है. आवश्यकता के अनुसार इसपर निर्णय लिया जाएगा.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट