रांची: राज्य सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों/राज्य से बाहर अध्ययनरत छात्रों के साथ बरती जा रही उदासीनता को लेकर भाजपा द्वारा एकदिवसीय उपवास कार्यक्रम के दौरान भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी बुधवार को मोराबादी स्थित अपने आवास पर उपवास पर बैठे। इस अवसर पर मरांडी ने कहा कि पार्टी की ओर से एकदिवसीय उपवास का कार्यक्रम राज्य सरकार को लॉकडाउन के वक्त उनका दायित्व बोध कराने, उन्हें सचेत करने, उन्हें जगाने के लिए किया गया है। बुधवार को लॉकडाउन का 29 वां दिन है। राज्य सरकार उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पा रही है। जांच की गति काफी धीमी है। राज्य के अंदर वैसे लोगों की तादाद बहुत है जिनके पास राशनकार्ड नहीं है या किसी सरकारी सुविधा का लाभ उनको नहीं मिल रहा है। भारत सरकार द्वारा पर्याप्त मात्रा में अनाज मुहैया कराने के बाद भी सरकार इन वंचितों तक अनाज पहुंचाने में नाकाम रही है। राज्य के बाहर भी बड़ी तादाद में प्रवासी मजदूर हैं। जिनकी संख्या नौ लाख से अधिक की है। राज्य के विकास में इनका भी सहयोग है बावजूद सरकार ने इनको भगवान भरोसे छोड़ रखा है। कोरोना महामारी के समय यह लोग देश के विभिन्न हिस्सों में बुरी तरह फंसे हुए हैं। रोज इनका फोन आ रहा है। कोटा सहित देश के विभिन्न हिस्सों में बच्चे फंसे हुए हैं, सरकार को इनकी कोई परवाह तक नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार केवल घोषणाएं करती है। पीड़ितों को कोई अपेक्षित सुविधा मिलता नहीं दिख रहा है। हमने अपनी ओर से सरकार को समय-समय पर कई सुझाव दिए लेकिन सरकार ने इस पर अमल करना उचित नहीं समझा। सरकार को जांच में तेजी लाने की जरूरत है। लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने की जरूरत है। राज्य के अंदर और राज्य के बाहर परेशानियों से जद्दोजहद कर रहे गरीब मजदूरों/बच्चों को अविलम्ब राहत पहुंचाने की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है। इस दौरान मरांडी ने उन तमाम योद्धाओं मसलन डॉक्टर, नर्स, पारा मेडिकलकर्मी, सिपाही, सफाईकर्मी आदि का जो अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना से लड़ाई लड़ रहे हैं, उन सेवादूतों का आभार भी प्रकट किया। साथ ही प्रदेश के अंदर जितने भी स्वयंसेवी संस्थाएं हैं। यह भी तत्परता से सेवा में जुटी हुई हैं, उन सभी को भी मरांडी ने धन्यवाद कहा। इसके अलावा भाजपा के तमाम कार्यकर्ता, सांसद, विधायक, पदाधिकारी तथा समर्थकों का भी उन्होंने तहे दिल से आभार जताया।