द एचडी न्यूज डेस्क : जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद जवान राजीव कुमार शर्मा को आज पटना एयरपोर्ट पर राजकीय पुलिस सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई. जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में आतंकियों से मुठभेड़ में वैशाली जिले के रसूलपुर गांव के निवासी सीआरपीएफ के वीर जवान राजीव शर्मा के शहीद होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश उनकी शहादत को हमेशा याद रखेगा. मुख्यमंत्री ने वीर सपूत की शहादत पर उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है. सीआरपीएफ के शहीद जवान का नाम राजीव शर्मा है जो कि बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले थे. उनके शहीद होने की सूचना मिलने के बाद से रसूलपुर गांव में मातम पसरा हुआ है. आज सैनिक विमान से शहीद का शव पटना लाया गया. एयरपोर्ट पर सेना के अधिकारियों ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी. पटना के डीएम कुमार रवि ने उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.
शहीद राजीव शर्मा की खबर जैसे ही उनके घरवालों को मिला परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. ग्रामीणों का हुजूम उनके घर पर जमा हो गया. सभी परिजनों को ढांढस बंधाने में लगे हैं. हर किसी की आंखे नम थी. अपने लाल की वीरता व शहादत पर लोगों में गर्व के साथ-साथ आतंकियों की कायराना हरकत के प्रति जबर्दस्त आक्रोश भी था. अपने लाल की शहादत में डूबे गांव के किसी भी घर में चूल्हे तक नहीं जले. पुलिस पदाधिकारी भी शहीद के घर पर डटे हुए थे.
सबसे पहले छोटे भाई को मिली थी शहादत की खबर
राजीव शर्मा की शहादत की सूचना सबसे पहले जम्मू में ही सीआरपीएफ में तैनात उनके छोटे भाई संजीव शर्मा को मिली. जैसे ही यह खबर परिजनों व गांव वालों को मिली. पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. ग्रामीणों को अपने लाल की शहादत पर गर्व के साथ आतंकियों की नापाक करतूत पर काफी गुस्सा भी है. 2001 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे राजीवशहीद जवान राजीव कुमार शर्मा के चाचा ने हेमचंद शर्मा ने बताया कि परिवार की जिम्मेवारियों तथा देश सेवा की प्रेरणा के साथ वर्ष 2001 में राजीव सीआपीएफ में भर्ती हुए थे. बाद में उनके छोटे भाई संजीव भी देश सेवा के लिए सीआरपीएफ में भरती हुए. संजीव अभी जम्मू में ही पोस्टेड हैं.
जनवरी में छुट्टी पर घर आए थे राजीव
बीते जनवरी महीने में छुट्टी के दौरान राजीव घर आये थे. वे काफी मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे. उनकी की प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी विद्यालय में हुई थी. सेना में जाने के बाद वर्ष 2004 में उनकी शादी लालगंज के सरररिया की अंजू शर्मा के साथ हुई थी. उनकी दो संतानें हैं. पुत्री शिवांगी कक्षा छह में तथा पुत्र शौर्य कक्षा तीन का छात्र है. शहीद के परिजनों को अपने लाल की शहादत पर गम के साथ गर्व भी है. चंद घंटे पहले बिटिया से किया था छुट्टी में घर आने का वादा अपनी शहादत से चंद घंटे पहले सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल राजीव शर्मा ने अपनी पत्नी व बच्चों से मोबाइल से बात की थी. पत्नी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के बाद किसी अच्छे डॉक्टर से दिखाने को कहा था.
उपेंद्र कुमार की रिपोर्ट