पटना : रूपेश सिंह हत्याकांड को लेकर आज राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान से भूमिहार समाज से ताल्लुक रखने वाले पूर्व सांसद अरुण कुमार सिंह और राम जतन सिन्हा सहित कई पूर्व मंत्री मिलने पहुंचे. जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था कि रूपेश हत्याकांड में पुलिस की थ्योरी को विपक्ष भरोसा नहीं करेगा. अब बिहार पुलिस की जांच पर अविश्वास जताते हुए रूपेश की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई है.
इसी को देखते हुए विपक्ष के नेताओं का एक दल गुरुवार को बिहार के गवर्नर फागू चौहान से मिलने पहुंचा है. इस दल में कई पूर्व मंत्री और विधायक शामिल हैं. जिनमें पूर्व सांसाद अरुण कुमार सिंह, राम जतन सिन्हा, अजित कुमर, सुरेश शर्मा और बीना साही सहित कई पूर्व मंत्री-विधायक शामिल थे सहित कई नेता शामिल हैं. इन नेताओं का मानना है कि रूपेश हत्याकांड में मनगढ़न्त कहानी बनाकर पुलिस ने जांच निपटा दी है. इसलिए मामले की सीबीआई जांच हो और असली अपराधियों का चेहरा सामने आए.
उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि न हम बचाते और न फंसाते हैं, तो वो इस मामले की सीबीआई से जांच कराए. इस मामले में मूल अपराधी को बचाया जा रहा है. इसमें बड़े मंत्री और अफसर शामिल हैं. रूपेश हत्याकांड सुलझने की जगह उलझते ही जा रहा है. बता दें कि बुधवार को प्रशासन के द्वारा एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था. रूपेश हत्याकांड के मुख्य आरोपी रितुराज को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन रूपेश सिंह के परिवार वाले इस चीज से सहमत नहीं है. आज भी उनके जो परिवार है न्याय की मांग कर रहे हैं.
आपको बता दें कि आज फिर उसी तरह भूमिहार समाज के कई पूर्व सांसद व मंत्री राज्यपाल से मिले. राज्यपाल से मिलकर सीबीआई जांच की मांग की. रुपेश सिंह इंडिगो क मैनेजर थे. उस कंपनी से एक करोड़ की मांग की. प्रशासन ने खुलासा किया था उससे परिवार वाले सहमत नहीं है और न्याय की मांग कर रहे हैं. ये प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से रूपेश सिंह हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे थे. सभी का कहना था कि पुलिस मनगढ़ंत कहानी सुना कर मामले को रफा-दफा कर रही है. इसकी सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट