सीतामढ़ी : लोहखर में नाक से पानी गिरने के बाद बकरियां मर रही है. ग्रामीणों का दावा एक माह में सैकड़ों बकरी की मौत हुई है. मेडिकल टीम ने जांच प्रारम्भ की. डीएम के आदेश पर सिविल सर्जन ने सोनबरसा प्रभारी को जांच का आदेश दिया. जिसके बाद सोनबरसा अस्पताल प्रभारी राजीव रतन द्वारा मेडिकल टीम गठित कर मामले की जांच करवाया गया.
मेडिकल टीम में शामिल स्वास्थ्य प्रशिक्षक दयाशंकर प्रसाद, आयुष चिकित्सक डॉ. अजय कुमार गुंजन, एएनएम अस्मिता कुमारी, यूनिसेफ के गोपाल कृष्ण और रणधीर कुमार शामिल थे. जांच के बाद स्वास्थ्य प्रशिक्षक दया शंकर प्रसाद ने कहा कि एक डेढ माह से वहां प्रतिदिन तीन से छङ की संख्या में बकरियां-बकरे मर रही थी. सर्दी, बुखार और खांसी के बाद बकरियां मर रही है. जिसे ग्रामीण गाड़ दे रहे हैं.
डॉ. अजय कुमार गुंजन ने कहा कि टीम जब लोहखर के गांधी टोल पहुंची तब एक बकरी मरी पड़ी थी. ग्रामीणों ने बताया कि एक को गाड़ कर ग्रामीण आए थे. बताया कि पहली नजर में देखने पर प्रतीक हुआ कि बकरी के नाक से पानी गिरता है. पेट झरता है. सम्भवतः यह निमोनिया का लक्षण हो सकता है.
हांलाकि इसकी सम्पूर्ण पुष्टि नहीं की जा सकती कि निमोनिया है. बताया कि जांच टीम के पहुंचते ही ग्रामीणों ने कहा कि करीब 15-20 रोज से रोज तीन से पांच बकरी एवं बकरे मर रही है. इससे लोग भयभीत हैं. उन्होंने बताया कि यह भेटनरी चिकित्सक से जुड़ा मामला है. जांच के बाद उक्त विभाग को पत्र लिखा गया है.साथ ही जिला को भी पत्र लिखा गया है.
वर्तमान हालात में इस मामले में जल्द कोई ठोस कदम उठाना जरूरी है. इसलिए जिला को भी लिखा गया है. इधर, रिपोर्ट पर पशुपालन विभाग की टीम मवेशी चिकित्सक बिमल कुमार के नेतृत्व में लोहखर पहुंची. डॉ. बिमल ने बताया कि पहली नजर ने इन्फ्लूएंजा बीमारी के लक्षण हैं. सर्दी, खांसी और बुखार के बाद ऐसी मौत हो रही है. जांच जारी है. अगले 24 घण्टे महत्वपूर्ण है.
इस बीमारी के लक्षण जानने के लिए मालूम हो कि-सोनबरसा प्रखंड के बिशनपुर गोनाही पंचायत अंतर्गत लोहखर स्थित गांधी टोला में एक माह के अंदर सैकड़ों बकरियां रहस्यमय बीमारी से मर रही है और लोग उसे जमीन में गाड़ दे रहे है. ऐसी बाते सामने आ रही थी. शुक्रवार की सुबह छात्र नेता सुशील उमा राज ने इस मामले को उठाया. इसकी जानकारी डीएम तक पहुंची. सिविल सर्जन एक्टिव हुए. जिनके आदेश पर सोनबरसा से टीम भेजी गई.
आनंद बिहारी सिंह की रिपोर्ट