बेगूसराय : जिले के डंडारी प्रखंड क्षेत्र के सिसौनी कोठी गांव के एक युवक की हरियाणा में हुए मौत से पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार उतरी कटरमाला पंचायत के सिसौनी गांव निवासी राजेन्द्र महतो का 40 वर्षीय पुत्र पंकज कुमार हरियाणा फतेहाबाद मंडी में रहकर मजदूरों का काम किया करता था. गुरुवार को पत्नी से मोबाइल पर बात करके कहा था कि लॉकडाउन में काम बंद हो गया है और खाने को खाना नहीं मिल रहा है. पंकज कुमार दिनों से भूखे था उसके बाद वह भूखे पेट में ही वजनदार बोरा उठाने के दौरान वह अचानक बेहोश होकर गिर गया.
यहां पर मौजूद उसके भाई दशरथ पासवान आदि के सहयोग से चिकित्सकों के यहां ले जाने के क्रम में उसका दम टूट गया. घटना की सूचना मिलते ही गांव में कोहराम मच गया. पत्नी रजनी देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया हो और कहती है कि चार बच्चों का भरण-पोषण कैसे होगा. पिता राजेन्द्र महतो माता सावित्री देवी रोते-बिलखते कहते हैं कि मेरे बुढापे का रोटी छिन गया. गौरतलब हो कि पंकज कुमार पैर से दिव्यांग था उसके पीछे एक माता पिता, पत्नी और पुत्री अनुराधा तथा तीन पुत्र अनुराग, सोनू का भरण-पोषण का मसला चुनौती बन गया है.
हरियाणा पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजन को सौंप दिया और एम्बुलेंस के माध्यम से लाश को गांव लाया गया. डंडारी थानाध्यक्ष के निर्देश पर कोरोना वायरस तथा लॉकडाउन के कारण एहतियात के तौर पर शव का अंतिम संस्कार इस्फा बूढ़ी गंडक नदी के किनारे ही उसका दाह संस्कार कर दिया. मृतक पंकज कुमार के मां सावित्री देवी ने बताया कि मेरा बेटे तीन दिन से भूखा था उसके बाद ठेकेदार के द्वारा उसे भूखे पेट ही बोड़ा उठाने के लिए कहा और मेरा बेटा भूखे ही पर बोरा उठाया और वह अचानक वहीं पर पंकज बेहोश होकर गिर गया. जब तक अस्पताल ले जाता उसी दौरान उसकी मौत हो गई.
जीवेश तरुण की रिपोर्ट