नई दिल्ली : दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर मार्च में हंगामा शुरू हो गया है. शांतिपूर्ण प्रदर्शन का दावा करने वाले किसान कुछ जगहों पर उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने कहा था कि उनका ट्रैक्टर मार्च राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने के बाद 11 बजे शुरू होगा, लेकिन किसान पहले ही ट्रैक्टर मार्च निकालने पर अड़ गए, जिसके बाद स्थिति बिगड़ने लगी.
पुलिस पर ट्रैक्टर चलाने की कोशिश
दिल्ली के आईटीओ रेड लाइट पर किसानों का हुड़दंग जारी है. बीच चौराहे पर तेज रफ्तार से ट्रैक्टर चलाए जा रहे हैं. प्रदर्शकारियों ने पुलिस पर भी ट्रैक्टर चलाने की कोशिश की. कुछ प्रदर्शनकारी मुंह पर कपड़ा बांधकर पुलिस पर पथराव कर कर रहे हैं.
लाल किला पहुंचे किसान
प्रदर्शनकारी किसान अब दिल्ली के लाल किले पहुंच चुके हैं. वहीं आईटीओ के पास पुलिस और किसान आमने सामने आ गए हैं. प्रदर्शनकारी किसान पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रहे हैं. जवाब में पुलिस भी आंसू गैस के गोले छोड़ रहे हैं. किसानों को समझाने की कोशिश जारी, किसान नहीं माने तो सड़क पर पुलिसकर्मी बैठ गए.
यूपी में शांति, कहीं भी लाठी चार्ज नहीं
किसानों की ट्रैक्टर रैली पर यूपी के ADG (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि अभी तक पूरे उत्तर प्रदेश में सब कुछ सकुशल चल रहा है. सभी लोग हमारे किसानों से लगातार वार्ता कर रहे हैं. अभी तक शांति है. उत्तर प्रदेश में कहीं भी लाठीचार्ज नहीं किया गया है.
कुछ मेट्रो स्टेशन के एंट्री-एग्जिट गेट बंद
ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ जगह पर हिंसा के चलते डीएमआरसी ने कुछ मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट दोनों गेट बंद किए. ये स्टेशन हैं- समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, आजादपुर, आदर्श नगर, जीटीबी नगर, विश्वविद्यालय, विधानसभा, सिविल लाइन्स.
किसान नेता राकेश टिकैट का बयान
किसान आंदोलन के नेतृत्व की कमान किसान नेता राकेश टिकैट के हाथों में है. ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ जगह पर हो रही हिंसा पर मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैट ने कहा कि ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है. मेरी जानकारी में ये नहीं है कि किसान हंगामा कर रहे हैं. मैं तो गाजीपुर बॉर्डर पर हूं. यहां ट्रैफिक कंट्रोल कर रहा हूं. तिरंगा हमारी आन-बान-शान है. हमारा आंदोलन जारी रहेगा. दिल्ली से किसान वापस लौट जाएंगे.
किसानों को रोकने की कोशिश जारी
पुलिस लगातार किसानों को समझा रही है कि अपने तय रूट पर मार्च निकाले, लेकिन किसान नहीं मान रहे हैं. किसान लगातार आगे दिल्ली की ओर बढ़ते ही जा रहे हैं. सीमेंट से बने ब्लॉक्स तक उन्होंने तोड़ दिए. कहीं कहीं पर पुलिस सड़क पर बैठ गई है और किसानों से कह दिया है कि अगर उन्हें आगे बढ़ना है तो उन्हें उनके ऊपर से होकर गुजरना होगा.