पटना : पटना हाईकोर्ट में आज यानी सोमवार से आमने-सामने की सुनवाई शुरू हो रही है. इसमें वकीलों को कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा. हाईकोर्ट प्रशासन ने वकीलों के लिए ढाई सौ कुर्सियां लगवा दी हैं. साथ-साथ 12 न्याय कक्ष को वेटिंग कोर्ट में तब्दील कर दिया गया है. वकीलों को कोर्ट में आने के लिए हाईकोर्ट के कम से कम दो गेट खुले रहेंगे. वकीलों की समस्याओं को सुलझाने के मद्देनजर रविवार (तीन जनवरी) को पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश ए अमानुल्लाह एवं न्यायाधीश राजीव रंजन प्रसाद ने सम्मिलित रूप से फिजिकल सुनवाई की तैयारियों का जायजा लिया. हाईकोर्ट प्रशासन से सारी कमियों को दूर कर देने को कहा.
हाईकोर्ट प्रशासन के साथ हुई बैठक
मालूम हो कि कोरोना काल के खतरे को देखते हुए दस महीने बाद हाईकोर्ट में जज अपनी कुर्सी पर बैठेंगे और वकील उनसे मुखातिब होकर बहस करेंगे. वकीलों को आने वाली परेशानियों को देखते हुए तीन जनवरी को खबर छपी थी, जिसे गंभीरता से लिया गया. हाईकोर्ट के वकीलों को परेशानियों से बचाने के लिए तीनों एसोसिएशनों के पदाधिकारियों को हाईकोर्ट प्रशासन ने बुलाया था. वकील प्रतिनिधियों को बताया गया कि अनेक प्रकार की त्रुटियों और कमियों को दूर कर दिया गया है.
जजों ने किया आग्रह
तीनों संघों की समन्वय समिति के अध्यक्ष योगेश चंद्र वर्मा ने बताया कि फिलहाल हाईकोर्ट में ट्रायल सिस्टम पर फिजिकल कोर्ट लगाया जा रहा है. यदि सब ठीक रहा तो 15 दिन बाद से ही नियमित रूप से आमने-सामने अदालत चलने लगेगी. देश में पटना हाईकोर्ट ही फिजिकल कोर्ट लगाने में आगे रहा है. सभी जज एक साथ कोर्ट करने के लिए तैयार हो गए, लेकिन वकीलों से आग्रह किया कि सारी सावधानी के साथ सिर्फ वहीं लोग कोर्ट में आएं जिनका मुकदमा सूचीबद्ध हो. वकील प्रतिनिधियों में लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार ठाकुर, महासचिव राजीव कुमार सिंह, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सिंह, एडवोकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार दास आदि शामिल थे.