रांची : राज्य में भूख और ठंढ़ से मौतें हो रही है. सरकार अपने एक वर्ष के कार्यकाल का गुनगान करोड़ों रुपए खर्च कर जनता के बीच बता रही है. जबकि हकिकत यह है कि राज्य सरकार का कार्यकाल एक वर्ष में ही विफल साबित हो रहा है. राज्य के मूलनिवासियों को ही न तो केंद्र की और न ही राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है. उक्त बातें चंदनकियारी विधायक सह पूर्व मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी ने रविवार को बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड के सुरही पंचायत के पासी टोला में ठंढ़ से हुई मौत की जांच करने के दौरान कही.
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को ही अगर अपनी पहचान साबित कर योजनाओं का लाभ लेना पड़े तो यह राज्य के लिए शर्म की बात है. रघु पासी को परिवार वर्षों से सुरही पंचायत में रह रहे है और अपनी जीविका भीख मांग कर चला रहे थे. यहां उनकी मां, लकवाग्रस्त पत्नी, बेटा, बहन एवं 50 पासी परिवार रहते हैं. मौके पर विधायक अमर कुमार बाउरी ने रघु पासी की पत्नी, मां, बेटे और बहन से बात की और रघु पासी की मौत की सच्चाई जानी. मौके पर उपस्थित जिला अधिकारियों के माध्यम से सरकार से मांग किया कि अविलंब रघु पासी के परिजनों को आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से चार लाख रुपए का मुआवजा दे. साथ ही उनका राशन कार्ड और प्रधानमंत्री आवास के लिए भी व्यवस्था करे.
पीड़ित परिवार से मिलने के दौरान उन्होंने आस पास रह रहे पासी परिवारों से भी बात की और पासी एवं तुरी टोला की समस्याओं को जाना. जहां 500 से अधिक परिवार निवास करते हैं. अधिकारियों को उन्होंने अविलंब सारी परेशानियों को दूर करने की बात कहीं. उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं पर पर्दा न डाले, भोले भाले लोगों को डराए घमकाए नहीं. अन्यथा भाजपा उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी.
उन्होंने कहा कि रघु पासी की जब मौत हुई तो उस वक्त पूरी बस्ती में मात्र तीन कंबल ही बांटे गये थे. रघु पासी के पास रहने के लिए भी घर नहीं है. राशन कार्ड नहीं होने के कारण उनके परिवार को आयुष्मान योजना का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि वे इन परिवारों को हर सुविधा उपलब्ध करवाए. उन्होंने बताया कि गुमला जिला के पालकोट में भी एक व्यक्ति की मौत ठंढ़ के कारण हो गई है. जिसकी जांच के लिए भी भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के एक जांच टीम उपेंद्र रजक और कमलेश राम के नेतृत्व में गई हुई है. जल्द ही वहां की भी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी.
उन्होंने कहा कि आज भी बोकारो जिला के कसमार के भूखल घासी की मौत का मुद्दा जीवंत है क्यों कि राज्य सरकार ने सारी सच्चाई जानने के बाद भी अभी तक पीड़ित परिवार को चार लाख रुपए का मुआवजा नहीं दिया है और ना ही परिजनों को सरकारी नौकरी दी है. भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रेदेश अध्यक्ष ने कहा कि इन सभी मुद्दे जो दलितों गरीबों से जुड़ी हुई है उनको लेकर पांच जनवरी 2021 को राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया जाएगा ताकि राज्य की सोयी हुई सरकार को चीर निंद्रा से जगाया जा सके.
मौके पर जिला प्रशासन की तरफ से जिला अपर समाहर्ता विजय गुप्ता, बीडीओ रोशन कुमार, सीओ अंगारनाथ स्वर्णकार मौजूद थे. जांच टीम में अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रवक्ता शंकर रजक, जिला मंत्री गौर रजवार, महामंत्री, बोकारो जिला अशोक दास, मोर्चा कार्यसमिति सदस्य सुनिता दास के साथ भाजपा बोकारो जिला महामंत्री जयदेव राय, पूर्व जिला अध्यक्ष रोहित लाल सिंह, जगन्नाथ राम, विनोद महतो, ईश्वर प्रजापति, धर्मेंद्र महथा, निर्मल महतो, भैरव महतो, प्रदीप साहू, नवाडीह मंडल अध्यक्ष, विनोद बाउरी और कृष्णा रजवार सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे.
गौरी रानी की रिपोर्ट