पटना : बिहार में ठंड पूरे चरम पर है और शीतलहर का प्रकोप शुरू हो चुका है. लगातार घटते तापमान ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. उत्तर भारत में पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के बाद बिहार में भी मौसम विभाग ने एक साथ 26 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. शनिवार रात से राज्य के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से सात डिग्री तक नीचे पहुंच गया. गया में न्यूनतम तापमान सबसे कम 3.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जबकि पटना में इस साल का अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान छह डिग्री रिकॉर्ड किया गया.

ठंड की वजह से जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी करते हुए नगर निगम और सभी अंचलाधिकारियों को गरीबों के लिए समुचित रैन बसेरा और अलाव का इंतजाम करने का निर्देश दिया है. पटना में शनिवार रात से ही 48 जगहों पर अलाव जलने लगा है, जबकि रविवार को कई और नए जगहों पर अलाव की व्यवस्था कराई जाएगी. हालांकि, राहत की बात ये है कि जहां ठंड और बर्फीली हवा से लोगों का जीना मुहाल हो गया है, वहीं कोहरे से पिछले दोे दिनों से राहत मिल रही है.
मौसम वैज्ञानिक आनंद शंकर की मानें तो अगले दो दिनों तक राज्य में ठंड में और बढ़ोतरी की संभावना है. बढ़ते ठंड ने गरीबों की जहां मुश्किलें बढ़ा दी है. वहीं, बुजुर्गों और बीमारों की बीमारी भी बढ़ने लगी है और अस्पतालों के ओपीडी में मरीजों की संख्याा में 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. अभी ज्यादातर लोग शाम होते ही जहां घरों में दुबके नजर आते हैं तो सुबह 10 बजे से पहले सड़कों पर ट्रैफिक का दवाब भी काफी कम रहता है.

इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी
पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय, नवादा, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, प. चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज शामिल है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, 22 दिसंबर की सुबह तक ठंड का कहर जारी रहेगा. आगे तापमान में अगर और भी गिरावट होती है तो रेड अलर्ट जारी हो सकता है.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट