पटना : भाकपा-माले विधायक दल की एकदिवसीय कार्यशाला आज पार्टी राज्य कार्यालय में सम्पन्न हुई. कार्यशाला में सभी विधायक, संबंधित जिला के सचिवों और प्रखंड सचिवों ने भाग लिया. माले महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य भी कार्यशाला में उपस्थित थे. उनके अलावा वरिष्ठ पार्टी नेता कॉमरेड स्वदेश भट्टाचार्य, विधायक दल के प्रभारी राजाराम सिंह, राज्य सचिव कुणाल, धीरेंद्र झा और बगोदर से माले विधायक विनोद सिंह आदि नेतागण भी उपस्थित थे.

कार्यशाला में कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि माले के विधायकों से न केवल बिहार की जनता को बल्कि देश के अन्य हिस्से के लोगों को भी भारी उम्मीदें हैं. इसलिए, हमारे विधायक दल को जनता के सच्चे प्रतिनिधि के रूप में काम करना होगा. विधानसभा के भीतर और बाहर जनसंघर्षों व सर्वहारा के वर्गीय हितों का प्रतिनिधित्व करने की जवाबदेही हमारे ऊपर है. हमारे विधायक दल की पहचान को जनता के बीच स्थापित करते हुए वैकल्पिक राजनीति का चेहरा बनना है. इस व्यवस्था के भीतर क्रांतिकारी कम्युनिस्टों के लिए काफी सारी चुनौतियां हैं, लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि हम जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे.
कार्यशाला में उभर कर यह बात सामने आई कि माले के विधायकों को पार्टी के नेता व कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए सरल जीवन और कम्युनिस्ट आदर्श की मिसाल पेश करनी चाहिए. तय हुआ कि माले के विधायक विधानसभा सत्र के पहले जनता के मुद्दों पर जनसुनवाई का आयोजन करेंगे और फिर विधानसभा सत्र की समाप्ति के उपरांत उन सारे सवालों पर जनता को जानकारी देने का काम करेंगे.

माले विधायक आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति, संचार, खेलकूद और पुस्तकालय जैसी सुविधाओं के साथ-साथ वंचित तबके के सवालों को प्राथमिकता देंगे. आम आदमी की शिकायतों के निवारण हेतु और उनसे लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए साप्ताहिक बैठक की व्यवस्था की जाएगी. माले विधायक केवल विधानसभा सत्रों, बैठकों आदि के लिए ही अपने इलाके से बाहर रहेंगे, उन्हें अपना पूरा समय अपने इलाके की समस्या पर केंद्रित करनी होगी.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट