द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार चुनाव में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिली है. वहीं महागठबंधन बहुमत के लिए मैजिकल फिगर पाने में असफल रहा. महागठबंधन की असफलता पर घटक दलों में मंथन शुरू हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने अपने ही पार्टी पर सवाल उठाते हुए बदलाव की मांग कर दी तो सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि हार की जिम्मेवारी हम सभी को लेनी होगी. किसी एक की वजह से हार नहीं हुई है.
हार पर महागठबंधन में मची हाहाकार के बीच मांझी ने आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों को खुला ऑफर दे डाला है. जिससे प्रदेश की सियासत गर्म हो गयी है. ट्वीट कर दोनों दल के विधायकों को नीतीश कुमार के साथ आ जाने की अपील की है. साथ ही लिखा है कि नीतीश कुमार सबके नेता है, उनकी नीति कांग्रेस से बहुत अलग नहीं है.
मांझी ने यह ट्वीट कर आरजेडी नेता तेजस्वी को करारा जवाब देने का काम किया है. तेजस्वी ने सभी छोटे दल को महागठबंधन में आने की अपील की है. तेजस्वी ने कहा कि जनमत का सम्मान करते हुए जो भी लोग महागठबंधन में आना चाहते हैं उनका स्वागत है. तेजस्वी के इसी ऑफर के जवाब में मांझी ने इस तरह का ट्वीट किया है.

आपको बता दें कि बहुमत से मात्र 12 कदम दूर तेजस्वी ने हम और वीआईपी को अपने पाले में करने के लिए डोले डाल रहे हैं. उन्होंने बगैर नाम लिए दोनों ही दल को महागठबंधन में आने की अपील की है. समीकरण पर गौर करे तो वीआईपी और हम को मिलाकर कुल आठ सीट हो जाती है. ऐसे में दोनों ही पार्टियां महागठबंधन में शामिल हो जाती है तो आंकड़ा 110 से बढ़कर 118 तक पहुंच जाएगा जो मैजिकल आंकड़े से महज चार कदम ही दूर रहेगी. जिसको जोड़ने की कोशिश कर महागठबंधन की सरकार बन सकती है.