द एचडी न्यूज डेस्क : कांग्रेस ने आज फिर पटना में प्रेस कांफ्रेंस किया. जिसमें राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे. इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सवाल किया है. उन्होंने कहा कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर देश की नीति आयोग ही सवाल उठाती है. बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था सबसे निचले पायदान से दूसरे नंबर पर है.
इस प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस की ओर से कहा गया कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बिहार में दो दिवसीय दौरा करेंगे. उनकी चुनावी जनसभा तीन और चार नवंबर को होगी. पहले दिन दो चुनावी सभा होगी. किशनगंज के कोधा ओर बिहारीगंज में रैली करेंगे. दूसरे दिन अररिया में राहुल गांधी चुनावी रैली को संबोधित करेंगे.
कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी बिहार में चुनावी सभा कर रहे हैं मगर वह थके नजर आ रहे हैं. बिहार में विकास के मुद्दों को छोड़कर बाकी सभी मुद्दों पर बात कर रहे हैं. सुशासन की बात करने वाले लोग प्रशासन की झूठी बात कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री व्यक्तिगत टिप्पणियां चुनावी सभाओं में कर रहे हैं. बिहार के लोगों को भ्रमाकर मुद्दे से भटकाने की कोशिश की जा रही है. बीजेपी और लोजपा में आंतरिक रूप से गठबंधन है. नीतीश कुमार को दिखाने के लिए सिर्फ धोखा दिया जा रहा है. जनता को हिसाब मांगना चाहिए. रुकमणी हिंसा बेरोजगारी पलायन का हिसाब मांगना चाहिए.
कांग्रेस नेता यहीं नहीं रूके. उन्होंने आगे कहा कि बिहार में बेरोजगारी का प्रतिशत काफी ज्यादा है. महागठबंधन ने रोजगार को चुनावी मुद्दा बनाया है. इसलिए सत्ता पक्ष भी इसकी बात कर रहे हैं. बिहार के 87 फीसदी लोगों के पास नियमित आय का स्रोत नहीं है. बिहार में 166 ग्रुप-डी की वैकेंसी निकली थी. जिसमें आवेदन पांच लाख से अधिक आई. आवेदन देने वाले डिग्री धारक युवा थे. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कितना बेरोजगारी बिहार में है. सुशासन सरकार से कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल किया. उन्होंने कहा कि 15 साल के सुशासन के बाद बिहार का वयक्ति आर्थिक रूप से कमजोर क्यों है. किसान लाचार क्यों है. युवा बेरोजगार क्यों है.
उपेंद्र कुमार की रिपोर्ट