अहमदाबाद : बिहार में चुनाव का माहौल हैं और आज देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं. पीएम मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में हिस्सा लिया. इसके बाद पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने सरदार पटेल के योगदान, कोरोना, कट्टरता, पुलवामा से लेकर कश्मीर के मसले तक का जिक्र किया.
इसके अलावा पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री ने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि जब हमारे देश के जवान शहीद हुए थे उस वक्त भी कुछ लोग राजनीति में लगे हुए थे. ऐसे लोगों को देश भूल नहीं सकता है. पीएम ने कहा कि उस वक्त वे सारे आरोपों को झेलते रहे, भद्दी भद्दी बातें सुनते रहे. मेरे दिल पर गहरा घाव था. लेकिन पिछले दिनों पड़ोसी देश से जिस तरह से खबरें आई है, जो उन्होंने स्वीकार किया है, इससे इन दलों का चेहरा उजागर हो गया है.

पीएम ने कहा कि जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है.
पीएम ने कहा कि आज के माहौल में, दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है. शांति-भाईचारा और परस्पर आदर का भाव ही मानवता की सच्ची पहचान है. आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता है.

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर अयोध्या में राम मंदिर का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सोमनाथ के पुनर्निर्माण से सरदार पटेल ने भारत के सांस्कृतिक गौरव को लौटाने का जो यज्ञ शुरू किया था, उसका विस्तार देश ने अयोध्या में भी देखा है. देश राममंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का साक्षी बना है, और भव्य राममंदिर को बनते भी देख रहा है.
