द एचडी न्यूज डेस्क : चुनावी गहमागहमी के बीच समय निकालकर एक दूसरे के धूर सियासी विरोधी एक मंच पर दिखे. मौका था स्वर्गीय रामविलास पासवान के श्राद्धकर्म के अवसर पर आयोजित ब्रहमभोज का. इस मौके पर पटना स्थित आवास पर सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहुंचे. दोनों नेताओं ने चिराग पासवान से मिलकर उन्हें सांत्वाना दी.
चिराग पासवान ने भी दोनों नेताओं को स्वागत किया. सीएम नीतीश ने चिराग और उनके परिवार को ढांढ़स बंधाया. साथ ही रामविलास पासवान के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. तेजस्वी ने भी रामविलास पासवान के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया.
बता दें कि लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत भारत सरकार एवं बिहार सरकार के मंत्रियों एवं सांसदों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं को ब्रह्मभोज में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है.
इसके पहले सोमवार को लोजपा अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने सोमवार को अपने पिता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की अस्थियां बिहार के खगडिय़ा जिले में अपने पैतृक गांव के पास करेह नदी में विसर्जित कीं. दिन के करीब डेढ़ बजे चिराग पटना से सीधे अपने पैतृक गांव शहरबन्नी के फुलतौड़ा घाट पहुंचे. वहां बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
चिराग के पहुंचते ही वहां का माहौल गमगीन हो गया. चिराग के पहुंचने से पूर्व उनके चचेरे भाई व समस्तीपुर के सांसद प्रिंसराज एवं कृष्णराज भी करेह नदी के फुलतौड़ा घाट पर पहुंच चुके थे. भारी मन से चिराग नौका पर सवार होकर नदी के बीच पहुंचे और पिता की अस्थियां विसर्जित कीं. इस दौरान वे अत्यंत भावुक दिखे. चचेरे भाई प्रिंसराज उन्हें सांत्वना देते देखे गए. वहां से चिराग सीधे अपने पैतृक गांव शहरबन्नी पहुंचे. वहां उन्होंने दादा स्व.जामुन दास और दादी स्व. सिया देवी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और फिर अपने पिता को नमन किया. बीच-बीच में रामविलास पासवान अमर रहे, जब तक सूरज-चांद रहेगा, रामविलास तबतक तेरा नाम रहेगा, के नारे गूंजते रहे.