द एचडी न्यूज डेस्क : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की तरफ से आज पटना में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राज्यसभा सांसद मीडिया को संबोधित किया. राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहते हैं कि 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देंगे, तो इसपर खुशी होनी चाहिए. सत्ताधारी दल के लोग नहीं चाहते कि युवाओं को नौकरी मिले. बहुत विभागों में रिक्तियां हैं. मुख्यमंत्री जी थकान की ढाल पर हैं, वो अब कह दे कि उनसे नहीं होगा. क्या वो नहीं चाहते कि बिहार के लोग संविदा से मुक्त न हो. ऐसे उन लोगों की राजनीति नकारात्मक लगती है. जबतक हम पलायन नहीं रोक लेते, सभी राज्यों में कर्पूरी केन्द्र बनाएंगे.
मनोज झा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार वैचारिक संतुलन 2017 से खो चुके हैं, भाषायी संतुलन भी खो रहे हैं. मुज़फ्फरपुर की बच्चियों की चित्कार पर नीतीश कुमार चुप हैं. मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पहले कभी नहीं हुई थी. घोटालों की लंबी फेहरिस्त है. सृजन घोटाले में एक भी अभियुक्त पकड़ा नहीं गया है. बिहार को नई सोच चाहिए, उसे थकी हुई सोच नहीं चाहिए. बिहार को स्कूल व अस्पताल चाहिए. कोरोना काल में अस्पताल में सुशील मोदी भाजपा के नेता नहीं लगते. 10 नवंबर को एक अणे मार्ग में युवा चेहरा आएगा.
राजद नेता ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि पूरा बिहार मेरा परिवार है. उनका परिवार सिर्फ पांच मंत्री और पांच अफसर हैं. 5300 रुपए कहां खर्च हो गए. यह पैसा कहां खर्च हो गया. लोगों को 300 भी नहीं मिला. हम नकारात्मक कैंपेन नहीं चाहते. वो चाहते हैं कि कैंपेन बेरोजगारी, भ्रष्टाचार पर ना हो. वो दिन रात नकारात्मक प्रचार करते हैं. हम सत्ता में आते हैं तो विशेष राज्य के दर्जा के लिए अनशन पर भी बैठेंगे.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट