द एचडी न्यूज डेस्क : राजद ने अब तक अपने 17 सीटिंग विधायकों को इस बार टिकट नहीं दिया है. इनमें छह उन विधायकों के टिकट कटे हैं, जिनकी सीटें महागठबंधन में वाम दलों को दे दी गई हैं. शेष 11 विधायकों को पार्टी ने सीट जिताऊ न मानते हुए उनकी जगह दूसरे प्रत्याशियों को उतारा है. हालांकि, इनमें दो टिकट सीटिंग विधायकों के परिजनों को भी दिए गए हैं.
सूत्रों के मुताबिक राजद के इन सीटिंग विधायकों ने अपनी पीड़ा पार्टी आलाकमान तक पहुंचाई है. पार्टी आलाकमान ने हाल ही में 10 नंबर बंगले में अलग-अलग बुलाकर सभी को आश्वस्त किया है कि महागठबंधन को जिताने के लिए मेहनत कीजिए. सरकार बनने पर सभी को एडजस्ट किया जाएगा.
पार्टी ने टिकट से वंचित रह गए विधायकों को संतुष्ट करने के लिए कई तरीके अपनाए हैं. उदाहरण के लिए सहरसा से लवली आनंद को सिंबल वहां के सीटिंग विधायक की मौजूदगी में दिया गया, ताकि उसका सकारात्मक मैसेज जाए. संभव है कि अब भी दो से तीन बड़े नामी राजद नेताओं की सीट बदली जा सकती है.
पांच सिटिंग विधायकों की सीटें बदली गईं पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को महुआ के बदले हसनपुर में उतारा गया है. भोला यादव को बहादुरपुर से हटा कर हायाघाट सीट से उम्मीदवार बनाया गया. पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम को राजापाकर से हटाकर पातेपुर में उतारा गया है, जबकि यदुवंश यादव को पिपरा के बदले निर्मली सीट दी गई है. अब्दुल बारी सिद्दीकी को अलीनगर के बदले केवटी से उतारा जाएगा.
इन विधायकों की सीटें माले और सीपीआइ को चली गईं
मोहम्मद नवाज आलम की आरा सीट और संजय कुमार की काराकाट सीट माले को दे दी गई है, जबकि गुलाब यादव की झंझारपुर सीट राजद ने सीपीआइ को दे दी है. वहीं, तेघड़ा के वीरेंद्र कुमार अब जदयू चले गए हैं. यह सीट भी सीपीआइ को दे दी गई है. पालीगंज के विधायक जयवर्धन यादव जदयू में चले गए हैं. यह सीट माले को दे दी गई है. वहीं जदयू से राजद में आए श्याम रजक की फुलवारीशरीफ सीट भी माले को दे दी गई है.
वे सीटिंग विधायक, जिन्हें नहीं दिया गया टिकट
गोरेयाकोठी-सत्यदेव प्रसाद सिंह
तरैया-मुद्रिका राय
गड़खा-मुनेश्वर चौधरी
सहरसा-अरुण यादव
सिमरी-बख्तियारपुर जफर आलम
मखदुमपुर-सूबेदार दास
केसरिया-डॉ. राजेश कुमार
बरौली-नेमतुल्लाह
हरिसिद्धि-राजेंद्र कुमार
संदेश-अरुण कुमार
अतरी-कुंती देवी