बिहार विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में अभी बातचीत जारी है। इस बीच राजद ने सीट शेयरिंग मुद्दे को लेकर अपने सहयोगियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। राजद ने साफ तौर पर कह दिया है कि महागठबंधन में शामिल बाकी सहयोगी पार्टियां तेजस्वी यादव को सीएम उम्मीदवार के रूप में स्वीकार नहीं करती तब तक सीट शेयरिंग के मसले पर कोई बातचीत नहीं होगी।
राजद के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा है कि महागठबंधन में शामिल सहयोगी पार्टियां कांग्रेस, हम और रालोसपा तेजस्वी यादव को सार्वजनिक रूप से सीएम उम्मीदवार के रूप में स्वीकारने की घोषणा करें अन्यथा हमारे पास दूसरे विकल्प भी हैं। हमारे कुछ सहयोगी दल ने तेजस्वी यादव को सीएम उम्मीदवार के रूप में स्वीकार कर लिया है लेकिन कुछ ताकतें उन्हें ऐसा करने से रोक रहीं हैं। इसलिय जब तक सीएम उम्मीदवार को लेकर एकमत नहीं होगा सीट शेयरिंग के मुद्दे पर हम कोई बात नहीं करेंगे।
जब इस मामले को लेकर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह पहले से ही तय हो चुका है कि तेजस्वी यादव ही सीएम उम्मीदवार हैं। हम चाहते हैं कि सहयोगी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ें। महागठबंधन में राजद सबसे बड़ी पार्टी है। जगदानंद सिंह ने सीएम उम्मीदवार को लेकर सहयोगी दलों द्वारा राजद पर डाली जा रही नई शर्तों पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा, हम चुनाव की तैयारी कर रहे हैं और चाहते हैं कि गठबंधन बना रहे। निश्चित रूप से सीएम उम्मीदवार को लेकर राजद के कड़े रुख ने कांग्रेस और अन्य सहयोगियों को विशेष रूप से रालोसपा और हम को अलग थलग कर दिया है।